रतलाम। रतलाम जिले में लगातार अपराध बढ़ते जा रहे है। पुलिस की निष्क्रियता और उदासीनता के चलते अपराधिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वह सामान्य सी घटना को लेकर हत्या जैसे अपराध करने में पीछे नहीं चूकते।
मंगलवार की रात करीब 10 बजे मात्र पांच सौ रुपए के लेन देन में एक युवक के साथ हो रही मारपीट में बीच बचाव करने गए एक सत्रह वर्षीय युवक की चाकू मार कर हत्या कर दी गई।
पुलिस ने हत्या में शामिल छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। युवक की हत्या में लिप्त एक अरोपी को तो क्षेत्र के लोगों ने ही पकड कर पुलिस को सौंपा। इस घटना से शहर में आक्रोश व्याप्त है। कई स्थानों पर पुलिस बल तैनात किए गए है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार इदगाह रोड पर फेब्रिकेशन की दुकान चलाने वाले सुनील पिता अशोक लोहार उम्र 30 साल की दुकान पर साजिद नामक युवक काम करता था। साजिद को सुनील से पांच सौ रुपए लेना थे।
बीती रात साजिद के भाई जाहिद ने सुनील को इदगााह रोड स्थित दुकान पर बुलाया और जाहिद व उसके साथियों ने सुनील के साथ मारपीट शुरु कर दी। पास ही में अलाव ताप रहा सत्रह वर्षीय युवक अनिकेत पिता प्रेमदास बैरागी बीच बचाव करने पंहुचा तो आरोपियों ने उसके सीने में चाकू से वार किया।
चाकू लगने से अनिकेत बुरी तरह घायल हो गया। मोहल्ले के लोगों ने जब यह घटना देखी तो वे अनिकेत को बचाने पंहुचे। मोहल्ले के लोगों को आता देख आरोपी अपनी बाइक छोडकर मौके से भाग निकले,लेकिन एक आरोपी जफर को लोगों ने पकड लिया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस बल भी मौके पर पंहुचा। पुलिस की जीप में ही घायल अनिकेत व सुनील को जिला चिकित्सालय ले जाया गया,जहां चिकित्सकों ने अनिकेत को मृत घोषित कर दिया। घायल सुनील का जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने आरोपियों की बाइक में तोड फोड की और बडी संख्या में थाने पर पंहुच कर अपना आक्रोश प्रदर्शित किया। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर व एसपी अविनाश शर्मा मौके पर पंहुचे। अधिकारियों ने बाद में सिटी का राउण्ड भी लिया। शहर के तमाम संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
पुलिस सुरक्षा में किया गया अंतिम संस्कार
सीएसपी प्रतापसिंह राणावत ने बताया कि हत्या में शामिल सभी छ: आरोपियों को रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया है। अरोपियों के नाम आजम व आसिफ नि.हाथीखाना,सज्जू,जफर,जाहिद व शानू नि.मोमिनपुरा बताए गए है।
बुधवार सुबह मृतक अनिकेत का पोस्टमार्टम करने के बाद पुलिस सुरक्षा में अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस स्थिति पर नजर रखे हुए है। माणकचौक थाना पुलिस ने धारा 147,148,149,302,307 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
पुलिस का गश्त में विश्वास नहीं
जिला रतलाम अपराधियों के शिकंजे में प्रतित हो रहा है। पिछले कुछ माह में घटित हो रही घटनाओं से यह सर्वविदित हो गया है कि पुलिस अपने कर्तव्य के प्रति सक्रिय नहीं है। थानों पर रिपोर्ट लिखी नहीं जाती। फरियादी नेताओं की शरण में जाते है और नेताओं की भी थानों पर चलती नहीं। इससे अपराधियों के हौसले बुलंद है।
एक समय प्रमुख चौराहों पर पुलिस गश्त करते हुए नजर आती थी। थाना प्रभारी स्वयं सड़कों पर नजर आते थे। लेकिन विगत कई वर्षों से थाना प्रभारी भी कई चौराहों पर गश्त करते हुए नजर नहीं आते। यदि केवल कही नजर आते है तो प्रभाव दिखाने के लिए। कई प्रमुख चौराहों, होटल व पानी की दुकानों पर जमघट लगा रहता है। कोई टोकने वाला नहीं।
शहर की विभिन्न शराब की दुकानों पर नियम विपरित लोग शराब पीते हुए नजर आते है। जहां शराब की दुकानों पर आहते बने हुए है वहां भी लोग दुकान के बाहर शराब पीते हुए नजर आते है। पावर हाउस रोड, लक्कड़पीठा और अस्पताल रोड की शराब दुकानों पर यह दृश्य स्पष्ट नजर आता है, जिससे राह चलते लोगों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शास्त्री नगर कालोनी के लोगों ने तो पावर हाउस रोड की दुकान को लेकर कई बार शिकायतें भी की है, लेकिन नियमों का हवाला देकर पुलिस कार्रवाई नहीं करती।
कई आशिक मिजाज युवक स्कूल व कालेजों के सामने आवारा गर्दी करते हुए नजर आते है और कई युवक मोटर साइकल पर इश्कबाजी करते हुए लड़कियों को छेड़ते हुए दिखाई देते है, लेकिन पुलिस वाले उनकों नहीं रोकते और ना ही कोई पुलिस गश्त नजर आती है।
यातायात जवान कही नजर नहीं आते
यातायात पुलिस की स्थिति यह हो गई है कि किसी भी चौराहे पर यातायात पुलिस जवान नजर नहीं आते है, जबकि यहां पर डीएसपी रेंज का व्यक्ति यातायात का कमान संभाले हुए है।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में कई बार सदस्यों ने यातायात पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर प्रश्न चिन्ह उठाए उसके बावजूद भी न तो कलेक्टर ने ध्यान दिया और ना ही पुलिस अधीक्षक ने।
केवल कानून को समझने वाले लोगों के लिए पुलिस नियम की बात करती है, लेकिन जो कानून का उल्लंघन कर रहे है और कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बने हुए है उनके खिलाफ पुलिस कभी कार्रवाई करते नजर नही आती।
यहीं कारण है कि जिले में अपराधिक घटनाएं निरंतर बढ़ रही है। अपराधिक तत्वों के साथ कतिपय पुलिस जवानों की दोस्ती भी चर्चाओं में बनी हुई है।
खून के धब्बे मिलने से फैली सनसनी
धनजी भाई का नोहरा में सड़कों पर जगह-जगह और ओटले तथा एक खंडहर मकान पर बुधवार सुबह खून के धब्बे मिलने से सनसनी फैल गई। क्षेत्र में एक गली में खड़ी दो कारों के पिछले कांच भी टूटे पाए गए।सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी और एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पुलिस के अनुसार खून के धब्बे किसके हैं, पता नहीं चल पाया कि धब्बे जानवर के है या इंसान के हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा होगा कि खून के धब्बे किसके हैं।