श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक खौफनाक वारदात अंजाम दी गई। ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर की नाबालिग बेटी की अस्मत लूटने के बाद आरोपी ने राज खुलने के डर से उसके मां-भाई को जिंदा दफन कर डाला।
पुलिस ने किशोरी के परिजनों के शव बरामद कर लिए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि 21 मार्च को मुरैना जिले के कैलारस निवासी रामस्नेही जाटव (37) जिला मुख्यालय से 110 किलोमीटर दूर वीरपुर थाना क्षेत्र में एक ईंट भट्टे पर काम कराने के लिए मुरैना शहर से 16 वर्षीय एक किशोरी, उसकी मां और भाई को लाया था।
जाटव ने उसी दिन किशोरी को पास के जंगल में लकड़ी बीनने के बहाने ले जा कर उसके साथ दुष्कर्म किया। उन्होंने बताया कि किशोरी ने जब ये बात अपने भाई और मां को बताने की धमकी दी, तो जाटव ने उसी रात पूजा अर्चना के बहाने तीनों को प्रसाद में बेहोशी की दवा मिला कर खिला दी।
रात में तीनों के बेसुध होने पर आरोपी ने किशोरी की मां और भाई को गहरे गड्ढे में गाड़ दिया और बेहोश किशोरी के साथ फिर दुष्कर्म किया। किशोरी ने होश आने पर अपने परिजनों के बारे में पूछा, इस पर आरोपी उसे 4 दिन तक कानपुर, उन्नाव और आगरा तक घुमाता रहा। आरोपी ने वहां भी उसके साथ दुष्कर्म किया।
गुरुवार को किशोरी ने लौटने के बाद वीरपुर पुलिस थाने में मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने जाटव को भट्टे से गिरफ्तार कर उससे सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने किशोरी के परिजनों को गड्ढे में गाडऩे की बात स्वीकार की। पुलिस ने दोनों के शव गड्ढे से बरामद करते हुए आरोपी के खिलाफ हत्या, दुष्कर्म और नाबालिग का अपहरण संबंधी धाराओं में उस पर मुकदमा दर्ज किया है।