मोतिहारी। बिहार में महागठबंधन टूटने से नाराज राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने इसे जनादेश का अपमान बताते हुए बुधवार से मोतिहारी से ‘जनादेश अपमान यात्रा’ की शुरुआत की।
इसी क्रम में उन्होंने यहां गांधी की प्रतिमा के पास जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ महागठबंधन बनाने को लेकर माफी मांगी।
तेजस्वी इस यात्रा के दौरान राज्य के सभी क्षेत्रों में जाएंगे। इस यात्रा के प्रारंभ में गांधी जी की प्रतिमा के सामने तेजस्वी सहित राजद के कई नेता मौन धरने पर बैठे।
बाद में तेजस्वी ने यहां आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमने नीतीश कुमार के साथ महागठबंधन बनाकर गलती की थी। हम गांधी जी के सिद्घांत पर चलने वाले लोग हैं। हम नहीं जानते थे कि नीतीश जी खुद को गांधी जी का भक्त बता कर उन्हीं के हत्यारे की गोद में बैठ जाएंगे।
उन्होंने खुद को भाग्यशाली बताते हुए कहा कि हमें चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष मनाने का मौका मिला है। नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश ने न सिर्फ जनादेश का अपमान किया है, बल्कि बापू के विचारों का भी अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि आज से तीन महीने पहले मुख्यमंत्री के साथ सात किलोमीटर पैदल चलकर नीतीश के साथ इसी मूर्ति के सामने हमने कई संकल्प लिए थे, परंतु यह आज तक पूरा नहीं हुआ है।
उन्होंने अपनी गलती मानते हुए कहा कि आज हम यहां अपनी गलती सुधारने आए हैं। जिस व्यक्ति के साथ हमने संकल्प लिया था, वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से मिल गया। हम आज यहां से श्रेष्ठ भारत बनाने का सपना साकार करेंगे। हम महात्मा गांधी से माफी मांगते हैं। हम अपनी भूल को सुधारेंगे।
उन्होंने कहा कि जनादेश के अपमान का सबक जनता सिखाएगी। इस मौके पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, पूर्व मंत्री और राजद अध्यक्ष के पुत्र तेजप्रताप यादव सहित राजद के कई नेता तेजस्वी के साथ मौजूद रहे।
तेजस्वी शाम को मोतिहारी के जानकी देवी कन्या उच्च विद्यालय, माधोपुर में एक आम सभा को संबोधित करेंगे और उसके बाद शिवहर के लिए रवाना हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि इस यात्रा की शुरुआत के लिए तेजस्वी मंगलवार को ही पटना से रवाना हो गए थे।