जयपुर। हसनपुरा में कुछ बच्चें रविवार को क्रिकेट खेलते हुए आपस में भिड़ गए। उसके बाद समुदाय विशेष के लोगों ने सैकड़ो की संख्या में दूसरे समुदाय के घरों पर पथराव कर दिया। पथराव में लगभग दस घरों के शीशे टूट गए और चार बाइक पूरी तरह से टूट गई। इस घटना में आठ लोगों घायल हो गए। पथराव के बाद पूरे इलाके में दहशत का मौहाल है। पुलिस के आलाअधिकारी और जाप्ते ने मौके पर पहुंचकर स्थित को नियंत्रण में किया।
सदर थाना पुलिस के अनुसार दोपहर करीब एक बजे राजीव नगर वाल्मिकी बस्ती के सामने एक सार्वजनिक पार्क में कुछ बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। इस बीच किसी बात को लेकर दो बच्चों में झगड़ा हो गया। क्रिकेट बेट से एक बच्चे ने दूसरे के सिर पर मार दी। जिसके सिर में चोट लगी थी, उसने जब ये बात घर जाकर घर वालों को पूरी बात बताई। इससे नाराज होकर समुदाय विशेष के 100-150 लोगों ने दूसरे समुदाय के घरों पर हमला कर दी।
उपद्रवियों ने लगभग एक घंटे तक पथराव किया। पथराव होता देख महिलाएं और बच्चे घर में घुस गए। पथराव में लगभग दस घरों के शीशे टूट गए और घरेलू सामान को भी नुकसान हुआ। साथ ही पथराव से 4 बाइक पूरी तरह तोड़ दी।
रुपनारायण(50) पुत्र बाबूलाल, अमित कुमार(80), रिमझिम(12) पुत्री संजय, सनी(26) पुत्र लखन, आकाश(16) पुत्र राजेन्द्र, भागचन्द(35) पुत्र गोरधनदास, रोहित(24) पुत्र राजेश,सत्यनारायण(38) पुत्र दीपचन्द घायल हो गए। घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रण में लिया। बाद में घायलों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया है।
सगाई समारोह के कारण ज्यादा नहीं बढा विवाद- जब क्रिकेट को लेकर बच्चों में विवाद हुआ तब एक समुदाय के परिवार में सगाई का कार्यक्रम चल रहा था। इससे सभी लोगों कार्यक्रम में व्यस्त थे। इधर गुस्साए लोगों ने समुदाय विशेष के घरों पर हमला कर दिया। ऐसे में वो लोगों भी घरों में होते, तो झगड़ा बढ सकता था। सगाई के कारण विवाद ज्यादा नहीं बढा और पुलिस ने स्थिती पर जल्दी नियंत्रण कर लिया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर भारी संया में पुलिस बल तैनात किया है। ताकि अप्रिय वारदात की स्थित से बचा जा सके।
पथराव के कारण पुलिस भी घुसी घरों में- पथराव शुरू होने के आधे घंटे में पुलिस जाप्ता घटनास्थल पर पहुंच गई थी। पुलिस को देखकर भी समुदाय विशेष के उपद्रवी नहीं रुके और पथराव को और तेज कर दिया। इससे एकबारगी तो पुलिस भी सकते में आ गई और उसे भी पीछे हटना पड़ा और पड़ोसी घरों में शरण लेनी पड़ी। स्थिति बेकाबू होते देख आसपास के इलाकों से अतिरिक्त जाब्ता घटनास्थल पर भेजा तब कहीं जाकर स्थिति को नियंत्रित किय जा सका।
समुदाय विशेष करता आ रहे हमले- हसनपुरा में समुदाय विशेष के घरों को निशाना बनाकर पथराव की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी समुदाय विशेष के लोग दूसरे समुदाय विशेष के लोगों और घरों को निशाना बनाते रहे हैं। कुछ वर्ष पूर्व भी हसनपुरा में समुदाय विशेष के लोगों ने दूसरे समुदाय विशेष के एक जने की हत्या कर दी थी। समुदाय विशेष की इस तरह की कू्ररतापूर्वक हरकतों से दूसरे समुदाय में दहशत का माहौल है।