नागौर। जिले के कुम्हारी गांव में सैकड़ों गायों की मौत हो गई। शनिवार सुबह गांव के लोग जमा हो गए और मृत मवेशियों के शवों के साथ प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस और नगर परिषद के लोगों पर पत्थरों से हमला कर दिया।
मारपीट में एक थानाधिकारी और आधा दर्जन परिषद कर्मचारियों के चोटें आई। बाद में पांच थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को घेरा। नागौर के जिला पुलिस अधीक्षक राधवेन्द्र सुहाका ने दावा किया कि वहां स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस ने इस संबंध में दस लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है।
गौरतलब है कि कुम्हारी गांव मुस्लिम बहुल गांव है और इसके कांकड में करीब दो सौ गायों और बछडों के शव मिले हैं यह बडी दर्दनाक घटना है।
मामला जिले के सदर थाना इलाके में स्थित गांवों का है। गांव वालों का आरोप है कि गांव में यूपी के कसाईयों की गैंग आई हुई है। जो रात के अंधेरे में मवेशियों का शिकार करते हैं और उनकी हत्या कर मवेशियों को ले जाने का प्रयास करते हैं। कुम्हारी, देशयाद और बासनी गांव वालों ने पुलिस को बताया कि पिछले कई दिनों से यही सिलसिला चल रहा है। ऊपर से मृत मवेशियों को सरकारी स्तर पर रखने की कोई जगह भी नहीं है। पुलिस भी इस मामले में मुकदमें दर्ज नहीं कर रही है।
इन्हीं बातों को लेकर शनिवार को गांव के लोग जमा हो गए और मृत मवेशियों के शवों के साथ प्रदर्शन करने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर थाना पुलिस और एसडीएम मौके पर पहुंचे। एसडीएम में शवों को उठवाने के लिए नगर परिषद के कर्मचारियों को बुलाया। कर्मचारी जेसीबी और अन्य वाहन लेकर मौके पर पहुंचे और शवों को उठाने लगे। शवों को उठता देख गांव वालों का सब्र जवाब दे गया।
गांव वालों ने जेसीबी में तोडफ़ोड़ कर दी और नगर परिषद के कर्मचारियों पर पत्थर बरसाए। पांच कर्मचारियों को चोट लगी। इसी दौरान चार थानों का पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को कंट्रोल करने की कोशिश की। लेकिन ग्रामीणों की ओर से हो रही पत्थरबाजी में नागौर इंस्पेक्टर भारत कुमार के सिर में चोट लग गई। भारत को नागौर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
न्यायिक जांच की मांग
जिला परिषद सदस्य रघुवेन्द्र मिर्धा ने गायों की मौत मामले में न्यायिक जांच की मांग की है। मिर्धा ने कहा है कि यह जघन्य अपराध है और मानवता को शर्मसार करने वाला है, इतनी गायें कैसे मरी, यह जांच का विषय है, इस मामले में दोषियों के खिलाफ कडी कार्यवाही की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह कोई मामूली घटना नहीं है। उन्होंने अशंका जताई है कि गायों की मौत के बाद इस पूरे इलाके में सामाजिक समरसता खतरे में पड़ सकती है। इसकी न्यायिक जांच होगी तब ही यह पता चल सकेगा कि कौन दोषी है।
विहिप ने की कड़ी निंदा
नागौर जिले के कुम्हारी गांव में हुई सैकड़ों गायों की हत्या की विश्व हिन्दू परिषद ने कड़ी निंदा की है। परिषद के प्रांत अध्यक्ष नरपत सिंह शेखावत ने इस अमानवीय घटना की सरकार से जांच की मांग की है। विश्व हिन्दू परिषद के मीडिया प्रभारी रविन्द्र शर्मा ने बताया कि नागौर जिले के गांव कुम्हारी में करीब दो सौ गायों और बछड़ों के शव मिले हैं। इस घटना से इस क्षेत्र के ग्रामीणों में अत्यन्त रोष व्याप्त है।
शेखावत ने बताया कि भाजपा सरकार में इस तरह की घटना अत्यन्त निंदनीय है वहां पर मिले शवों को उठाने व दफनाने की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि वहां पर मृत मवेशियों को उठाने के लिये जेसीबी मंगवाई गई इससे ग्रामीण भड़क उठे।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह गांव मुस्लिम बहुल है यहां पर यूपी के कसाइयों की गैंग आई हुई है जो रात के अंधेरे में मवेशियों का शिकार करते हैं और उनकी हत्या कर मवेशियों को ले जाने का प्रयास करते हैं। गांव वालों ने पुलिस को बताया कि पिछले कई दिनों से यही सिलसिला चल रहा है। इस घटना के संदर्भ में प्रान्त अध्यक्ष नरपत सिंह ने मांग की है कि इसकी निष्पक्षता से जांच की जाए एवं दोषी लोगों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाए।