नई दिल्ली। आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने वाले भारतीय युवा आरिब मजीद ने एनआईए द्वारा किए गए पूछताछ में एक बड़ा खुलासा किया है।
मजीद ने कहा है कि आईएसआईएस ने उसे सुसाइड बॉम्बर बनने का प्रशिक्षण दिया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक उसने पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा किया है। उसने कहा कि मैंने सीरिया सेना पर आत्मघाती हमले की कोशिश की। लेकिन सीरिया सेना पर आत्मघाती हमला नाकाम रहा।
इससे पहले भी पूछताछ में माजिद ने एनआईए को बताया था कि आईएसआईएस में भर्ती करने के लिए कई ट्रवेल एजेंट्स भी भारतीयों को इराक भेजने में शामिल हैं। भारत लौटने के बाद एनआईए की हिरासत में चल रहे मजीद ने पूछताछ में बताया है कि मौका मिलने पर वह दोबारा आईएसआईएस में शामिल होना चाहेगा। उसने बताया कि माता-पिता के दबाव के चलते वह भारत लौटा है। गौरतलब है कि इराक में करीब छह माह रहने के बाद मुंबई लौटे मजीद को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। मजीद को आईएनए की निगरानी में रखा गया है।
जेहादी शाहनूर से पूछाताछ में जुटी एनआईए
गुवाहाटी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) असम की राजधानी गुवाहाटी में आज सोमवार को प्रमुख जेहादी आतंकी शाहनूर आलम से गहन पूछताछ कर रही है। ज्ञात हो कि शाहनूर से असम पुलिस की स्पेशल ब्रांच लगातार पूछताछ कर रह है। जेहादी को पुलिस ने बीते शुक्रवार को राज्य के नलबाड़ी जिला से गिरफ्तार किया था। जिसे पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था जहां से उसे 14 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि जेहादी शाहनूर सीधे तौर पर जेहादी गतिविधियों को संचालित करने के साथ ही पश्चिम बंगाल के बर्धवान विस्फोट में शामिल हैं। जिसकी तलाश पुलिस व एनआईए काफी समय से कर रही थी। उसके उपर एनआईए ने पांच लाख रुपए का ईनाम भी घोषित किया था।
जांच एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार शाहनूर जेहादी गतिविधियो के लिए फंड जुटाने के साथ ही जेहादी अफवाह फैलाने का मास्टर माइंड है। उसका करीबी संबंध जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के साथ ही पश्चिम बंगाल के जेएमबी कैडरों से था। पूछताछ में और भी कई चैंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। लेकिन जांच की वजह से पुलिस ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है।