लखनऊ। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2017 रविवार को पूरे प्रदेश में आयोजित हुई। यह दो पाली में आयोजित हुई। इसके लिए पूरे प्रदेश में 1634 केन्द्र बनाये गये थे। इस परीक्षा में प्रदेश के 9 लाख 76 हजार 760 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए।
राजधानी में 38 केंद्रों पर करीब 26 हजार परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए। लखनऊ में एक महिला शिक्षा मित्र को हिरासत में लिया गया है। वह अपनी बुआ के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। गवर्मेंट गर्ल्स इंटर कॉलेज श्रृंगारंगर से एक युवती को पुलिस ने हिरासत में लिया। पूनम सिंह (बुआ) के स्थान पर तनु सिंह (भतीजी) परीक्षा दे रही थी।
पूनम सिंह खलीलाबाद में शिक्षामित्र हैं। प्रवेश पत्र जांच के दौरान परीक्षक को शक होने पर आईकार्ड और पहचान पत्र की सघनता से जांच की गई। पुलिस और पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में सख्ती से पूछताछ होने पर अर्पिता ने पूरी बात बता दी। पुलिस ने अर्पिता को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
पहली पाली की प्राथमिक स्तर की परीक्षा में ज्यादातर शिक्षा मित्र शामिल थे। ढाई घंटे की इस परीक्षा में 150 सवाल पूछे गए। पेपर पांच सेक्शन में था जिसमें गणित, पर्यावरण, बाल मनोविज्ञान, हिंदी, लैंग्वेज (अंग्रेजी, उर्दू ,संस्कृत) शामिल थे। पेपर देने आए अभ्यर्थियों ने बताया कि गणित का चरण बहुत ज्यादा कठिन था। खासतौर पर शिक्षामित्रों को पेपर काफी कठिन लगा।
मोहनलालगंज से परीक्षा देने आए शिक्षामित्र शरद मिश्रा ने बताया कि उन्होंने तीसरी बार टीईटी की परीक्षा दी है लेकिन इतने कठिन गणित के सवाल कभी नहीं आए। इसके अलावा परीक्षा देने आए शिक्षामित्र मसूद अहमद ने बताया कि पेपर उम्मीद से ज्यादा कठिन था। जियोमेट्री के सवाल भी परीक्षा में थे जिनका कक्षा पांचवीं तक के छात्रों से ज्यादा मतलब नहीं रहता।
प्राथमिक स्तर की परीक्षा खत्म होने के बाद अर्चना मिश्र ने बताया कि पेपर इस बार काफी कठिन था, संस्कृत और गणित के प्रश्न बहुत कठिन थे। वहीं सनोज सिंह ने बताया कि पेपर मिलाजुला था। समय कम मिला इस कारण 150 में से 100 ही प्रश्न हल कर पाए। उधर, इटौंजा से रूचि शुक्ल शिक्षामित्र हैं। जिनके अनुसार पेपर में गणित का भाग बहुत कठिन था। उनका कहना था कि इतना कठिन पेपर बनाने की क्या जरुरत थी। वह परीक्षा से काफी नाखुश दिखी।
गौरतलब है कि आज प्रदेश भर में टीईटी परीक्षा का आयोजन किया गया था। लखनऊ पहुंचे हजारों अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र ढूंढने में काफी परेशानी हुई। कुछ के प्रवेश पत्र पर केन्द्र का अधूरा पता छपा मिला तो किसी का केन्द्र का पता ही गलत था।
टीईटी की प्राथमिक और उच्च प्राथमिक परीक्षा में नौ लाख 76 हजार 760 परीक्षा सम्मिलित हुए। सात हजार 751 कक्ष निरीक्षकों और 3270 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई थी। परीक्षा को सम्पन्न कराने के लिए 356 सचल दलों को भी नियुक्त किया गया था।