मुंबई। ठाणे सेंट्रल जेल के अधीक्षक हीरालाल जाधव पर एक महिला कांस्टेबल द्वारा यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाने के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें निलंबित कर दिया है।
इस मामले में मुख्यमंत्री का संकेत मिलते ही जेल महानिरीक्षक राजवर्धन सिन्हा ने पूरे प्रकरण की जांच का आदेश दिया है।
ठाणे शहर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने वाली महिला कांस्टेबल की छह महीने पहले ठाणे सेंट्रल जेल में नियुक्ति हुई थी। ठाणे सेंट्रल जेल के अधीक्षक जाधव से उसने सरकारी कमरा दिलवाने की मांग की।
इस पर जाधव ने फोन पर संपर्क करते रहने को कहकर आश्वासन दिया कि वे उस महिला को सरकारी कमरा दिलवा देंगे। इसके बाद महिला कांस्टेबल जब भी फोन करती तो उसे केवल आश्वासन मिलता था।
इसी दौरान उसने महिला कांस्टेबल को मैसेज भेजना करना शुरू कर दिया। जाधव ने उसे कलवा ब्रिज सर्किल पर मिलने के लिए बुलाया और हाथ पकडक़र कार में बैठने को कहा। जेल अधीक्षक जाधव की पकड से महिला कांस्टेबल हाथ छुड़ाकर भाग निकली।
उसके बाद उसने डीआइजी (जेल, दक्षिण क्षेत्र) स्वाती साठे से यौन उत्पीडन की शिकायत की। जब दो दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उसने ठाणे शहर पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया।