मुंबई। बॉलीवुड में अपने संजीदा अभिनय के लिए मशहूर मनोज वाजपेयी फिल्मों में आइटम नंबर का चलन खत्म होने से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा मैं बहुत खुश हूं कि आइटम नंबर का चलन खत्म हो गया है।
भगवान का शुक्र है कि इनका खात्मा हो गया। यह एक ऐसी चीज थी, जो फिल्म की पटकथा के प्रारूप को खराब करती थी। फिल्म जगत में जो भी बदलाव हो रहे हैं, वे अच्छे हैं। फिर चाहे यह मुख्यधारा के लिए हो या समानांतर सिनेमा के लिए।
उनका कहना है कि एक अभिनेता बनने के लिए काफी हिम्मत की दरकार होती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आपको सब चीजें पीछे छोडऩी पड़ती हैं और मेरे जैसे कलाकार के लिए यह सफर आसान नहीं होता। मेरे दृढ़ विश्वास और जिद के कारण ही मैं आगे बढ़ता रहा। उनकी फिल्म ‘ट्रैफिक’ छह मई को प्रदर्शित होने वाली है। फिल्म में मनोज वाजपेयी ने ट्रैफिक हवलदार की भूमिका निभाई है।
पुरस्कार मायने नहीं रखते हैं
मनोज वाजपेयी का कहना है कि उनके लिए पुरस्कार मायने नहीं रखते हैं। बॉलीवुड में हर दूसरा अभिनेता पुरस्कार पाने की ख्वाहिश रखता है लेकिन मनोज वाजपेयी के लिए पुरस्कार मायने नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा मेरे लिए पुरस्कार नहीं किरदार मायने रखते हैं। जिस दिन आपके लिए प्रशंसा और पुरस्कार महत्वपूर्ण हो गए, उस दिन आपकी असफलता का दौर शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा दर्शक अब बदल गए हैं और अब वे असल चीजों में रुचि दिखा रहे हैं। वे समझने लायक और विश्वसनीय चीजें दर्शाने वाली फिल्मों का टिकट खरीद रहे हैं। इसी कारण हॉलीवुड फिल्में इतना अच्छा कारोबार करती हैं। दर्शक परिपक्व हो गया है। वह केवल मनोरंजन के नाम पर फिल्में देखने नहीं जाता।