जयपुर। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा है कि हम पाठ्यक्रम में बच्चों को महाराणा प्रताप महान के बारे में पढ़ाएंगे। जिसने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था, वही महान हो सकता है। ऐसे प्रयासों को कुछ लोग शिक्षा का भगवाकरण कहते हैं।
ऐसे लोगों को मैं कहना चाहता हूं कि आप इसे भगवाकरण कहते हैं तो मान लो कि हम शिक्षा का भगवाकरण करते रहेंगे। भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए इस प्रकार की शिक्षा देने की जरूरत है।
उन्होंने अकबर को महान पढ़ाए जाने पर सवाल उठाते हुए कोई आक्रमणकारी और आक्रांता महान नहीं हो सकता। देश को स्वतंत्रता मिलने के बाद डॉ. भीमराव अंबेडकर की राय थी कि राष्ट्रीय ध्वज भगवा और भाषा संस्कृत हो। वर्तमान मेंं अंबेडकर को ठीक से समझे बिना विकृति पैदा करने की कोशिश जारी है।