कुछ लोग दाल-चावल खाने के इतने शौकीन होते हैं कि वो हर रोज़ कम से कम एक बार खाने में दाल चावल ज़रूर खाते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें दाल-चावल खाना बिल्कुल पसंद नहीं होता, उन्हें ये बोरिंग खाना लगता है। बहरहाल, आपको दाल-चावल पसंद हो या न हो, ये सिंपल खाना आपके लिए सेहत के लिहाज़ से काफी फायदेमंद होता है।
हैल्थ टिप्स : नींद पूरी न होने से प्रभावित होता है…
जानते हैं इसके 6 फायदों के बारे में:
पचाने में आसान – दाल-चावल आपकी पाचन क्रिया को आराम देता है। तुअर दाल या मूंग दाल पचाने में आसान होती है, क्योंकि इसके अंदर के प्रोटीन को शरीर आसानी से तोड़ लेता है। चावल भी पचाने में आसान होते हैं। चावल, कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं इसलिए ये ऐनर्जी भी देते हैं।
पुरूषों की अपेक्षा महिलाएं अधिक होती हैं अनिद्रा की शिकार
दाल चावल पाचन क्रिया के लिए सही होता है। चावल में कार्बोहाइड्रेट होता है, इसलिए ये एनर्जी भी देता हैं।
प्रोटीन का अच्छा स्रोत – जो लोग वेजिटेरियन है उनके लिए दाल प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। दाल और चावल में अलग-अलग प्रकार के प्रोटीन होते हैं, इसलिए जब इन दोनों को मिलाकर खाया जाता है तो ये प्रोटीन के अच्छे स्रोत साबित होते हैं।
फाइबर की उच्च मात्रा – दाल और चावल दोनों में उच्च मात्रा में फाइबर होता है। इस वजह से ये आपका पाचन तंत्र सही से चलने में मददगार होते हैं। फाइबर आपको डायबिटीज़ जैसी बीमारियों से भी बचाते हैं और आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखते हैं।
बदलती लाइफ स्टाइल एवं नशा ब्रेन स्ट्रोक का बडा कारण
मांसाहार करने वालों में प्रोटीन की कमी नहीं होने पाती लेकिन शाकाहारी लोगों के लिए दाल ही प्रोटीन का प्रमुख माध्यम है। इसमें मौजूद फोलेट दिल को सुरक्षित रखने में भी मददगार होता है।
ऐसा माना जाता है कि चावल खाने से वजन बढ़ जाएगा। पर ऐसा नहीं है. दाल-चावन खाने से काफी देर तक पेट भरे होने का अहसास होता है। जिससे दिनभर कुछ-कुछ खाने की जरूरत नहीं पड़ती और एक्स्ट्रा कैलोरी जमा नहीं होने पाती है|