

कराची। पाकिस्तान ने 220 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया जिन्हें कथित तौर पर समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में पकड़ा गया था। इससे कुछ ही घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थी।
ये सद्भावना पहलें सीमापार आतंकवादी घटनाओं के मद्देनजर दोनों देशों के संबंधों में आए तनाव के बावजूद हुई है। मोदी ने ट्वीट करके शरीफ को जन्मदिन की शुभकामना दी।
मोदी एक साल पहले बिना किसी पूर्व कार्यक्रम के लाहौर में रूक गए थे और पाकिस्तानी नेता शरीफ से उनके जन्मदिन पर मुलाकात की थी। पाकिस्तान ने मोदी की शुभकामना पर प्रतिक्रिया स्वरूप मालिर जेल में बंद 220 मछुआरों को रिहा करके दी।
जेल अधीक्षक हसन सेहतो ने कहा कि मछुआरों को ‘सद्भावना’ के तहत रिहा किया गया। उन्होंने कहा कि मछुआरों को कथित तौर पर अवैध रूप से पाकिस्तानी जलसीमा में घुसने और मछली पकड़ने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 220 भारतीय मछुआरों को रिहा किया और उन्हें वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा।’’ सेहतो ने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय ने 220 मछुआरों को रिहा करने का आदेश जारी किया और इनको सोमवार को सीमा पार करने की उम्मीद है।’’
यह घटनाक्रम उरी में सितम्बर में भारतीय सेना के ठिकाने पर पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले के बाद दोनों देशों के संबंधों में आए तनाव के बीच हुआ।
पाकिस्तान और भारत अक्सर एक दूसरे के मछुआरों को जलसीमा का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार करते हैं। छोड़े जाने से पहले मछुआरे जेलों में महीनों और कभी कभी सालों बिताते हैं।