टोक्यो। दुनिया में सर्वाधिक बुजुर्ग जापानी महिला मिसाओ ओकावा का ओसाका में बुधवार को 117 साल की उम्र में निधन हो गया। वह जापान की निवासी थी और उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉड्र्स में दर्ज था।
जापान के राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके के हवाले से बताया गया कि चिकित्सकों के मुताबिक उनका निधन ओकावा के एक वृद्धाश्रम में हुआ, जहां पर वह काफी समय से रह रही थीं। ओकावा को फरवरी 2013 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्र्स द्वारा दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित महिला के रूप में पहचाना गया था।
उन्होंने जापानी मीडिया में विभिन्न अवसरों पर बताया कि उनकी लंबी उम्र का राज हर दिन कम से कम आठ घंटे की तनाव मुक्त नींद और उचित खानपान था।
अगस्त 2013 में ही जापान के 116 वर्षीय जिरोमोन किमुरा के निधन के बाद उन्हें दुनिया की सबसे वृद्ध जीवित शख्सियत के खिताब से नवाजा गया।
अभी एक माह पहले ही उन्होंने अपना 117वां जन्मदिन मनाया था। इस दौरान उनके परिवार के सदस्य, पड़ोसी और स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे थे। ओकावा का जन्म 5 मार्च, 1898 को ओसाका में हुआ था। उनके तीन बेटे, चार पोते और छह पड़पोते हैं।
110 साल की उम्र तक वह चल फिर सकती थीं। लेकिन पिछले कुछ सालों से वह व्हील चेयर पर थीं और एक वृद्धाश्रम में रह रही थीं। उनके जन्मदिन पर एक सरकारी अधिकारी ने जब उनसे पूछा था कि जिंदगी के 117 सालों के बारे में कैसा महसूस कर रही हैं, तो उन्होंने कहा था कि यह उम्र तो बल्कि मुझे कम लग रही है। विश्व के सबसे वृद्ध जीवित पुरुष का खिताब भी जापान के एक व्यक्ति के नाम है। सकारी मोमोई पांच फरवरी को 112 साल के हुए हैं।