मुंबई। निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली ने एक बार फिर अपनी निर्माणाधीन फिल्म पद्मावती से जुड़े विवादों को लेकर सफाई दी है। मीडिया के नाम जारी बयान में संजय भंसाली की ओर से दोहराया गया है कि उनकी फिल्म में पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच कोई रोमांटिक सीन नहीं है।
भंसाली का दावा है कि इस तरह का कोई सीन कभी उनकी कहानी का हिस्सा नहीं था। भंसाली ने बयान में कहा कि उनकी टीम ने फिल्म शुरू होने से पहले रानी पद्मावती से जुड़े हर तथ्य की बारीकी से पड़ताल की और वे निजी रूप से रानी पद्मावती के शौर्य और पराक्रम से प्रभावित रहे, इसीलिए उन्होंने रानी की जिंदगी पर फिल्म बनाने का फैसला किया।
फिल्म से जुड़े विवादों को दुर्भाग्यजनक बताते हुए प्रेस बयान में कहा गया है कि एक फिल्मकार को अपनी समझ और पसंद से फिल्म बनाने की आजादी की सुरक्षा जरूरी है। अगर किसी को कोई बात खराब लगती है, तो फिल्म रिलीज होने के बाद इसे अदालत में चुनौती दी जा सकती है।
भंसाली का तर्क है कि अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान वे भी करते हैं और उनकी आजादी का सम्मान दूसरे लोगों को करना है। इसी बीच राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के साथ भंसाली की प्रस्तावित मुलाकात अभी अधर में हैं।
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री के कार्यालय ने अभी भंसाली और उनकी टीम को मुलाकात के लिए वक्त नहीं दिया है। याद रहे कि राजस्थान सरकार के एक मंत्री का बयान आया था कि भंसाली के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले करनी सेना के संगठन की सहमति के बिना पद्मावती पर बन रही फिल्म को राज्य में रिलीज करने की परमीशन नहीं दी जाएगी।
भंसाली इसी खबर से आहत होकर मुख्यमंत्री के सामने अपना पक्ष रखना चाहते हैं। जनवरी में जयपुर में फिल्म के सेट पर करनी सेना के लोगों द्वारा तोड़फोड़ और भंसाली के साथ बदसलूकी के बाद राजस्थान में फिल्म की शूटिंग की परमीशन रद्द कर दी गई थी।
भंसाली की टीम ने हाल ही में महाराष्ट्र के कोल्हापुर में फिल्म के लिए सेट लगाया था, लेकिन कथित तौर पर करनी सेना की ओर से इस सेट पर आगजनी की गई, जिसके नतीजे में वहां भी शूटिंग कैंसिल हो गई। इस फिल्म को इस साल दीपावली के मौके पर 17 नवम्बर को रिलीज होना है।