लंदन। वैज्ञानिकों ने कोशिकाओं के एक ऐसे छोटे से समूह की खोज की है जो खुद-ब-खुद क्षतिग्रस्त अंडकोषों की मरम्मत कर सकते हैं, जिससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता को कायम रखा जा सकता है। यह कोशिकाएं विशेष रूप से कैंसर से उबरने वाले पुरुषों के लिए खासतौर पर मददगार हो सकती हैं।
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पुरुषों के वृषण को रेडिएशन या कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी जैसे बाह्य कारकों से नुकसान पहुंचने की संभावना बहुत अधिक होती है। कीमोथेरेपी के कारण कई बार वृषण को इतनी क्षति पहुंचती है कि नपुंसकता का खतरा पैदा हो जाता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि ये कोशिकाएं आंतरिक प्रक्रिया के जरिए क्षतिग्रस्त अंडकोषों की मरम्मत कर सकती हैं, हालांकि इस प्रक्रिया को अभी पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है।
शोधकर्ताओं ने इन कोशिकाएं को मीवी2 एक्सप्रेसिंग नाम दिया है, जो अंडकोष की कोशिकाओं की क्षति की मरम्मत कर सकती हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रोफेसर और स्टेम सेल जीवविज्ञानी डोनाल ओकैरोल ने बताया कि चूहों पर किए गए हमारे अध्ययन से पता चलता है कि भविष्य में इलाज के लिए इन कोशिकाओं को फ्रीज कर रखा जा सकता है। हमारा अगला कदम मनुष्यों में भी ऐसी कोशिकाओं की पहचान करना है।