सबगुरु न्यूज-सिरोही। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गुजरात के डीसा में उप चुनाव में प्रचार के लिए जाते हुए सिरोही हवाई पट्टी पर हवाई जहाज से हेलीकाप्टर में बैठने के लिए ट्रांसिट पास के लिए रुकी थी। इस दौरान राज्य के छोटे कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने के विरोध में कई पुलिसकर्मियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष काली पट्टी बांधकर जाने का निर्णय किया, इससे अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों की काली पट्टी खुलवाकर उन्हें वापस पुलिस लाइन भेजा।
राज्य की वसुंधरा सरकार ने राज्य के आला अधिकारियों को सातवे वेतन आयोग का लाभ बिना कटौती के देने का तथा छोटे कर्मचारियों को लाभ देने केलिये वेतन में कटौती करने का निर्णय किया है। इसका राज्य के सभी कॉन्स्टेबल और छोटी पोस्ट्स पर कार्यरत पुलिसकर्मी हाथ पर काली पट्टी बांध कर विरोध जता रहे हैं। सिरोही में भी तीन दिन से पुलिसकर्मी इसी तरह से विरोध कर रहे हैं। इसके लिए मंगलवार को मेस भी बंद रखी थी।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सिरोही आगमन के दौरान कई पुलिसकर्मियों ने काली पट्टी बांधकर इस निर्णय का मुख्यमंत्री के समक्ष रखने का मानस बनाया था। पुलिसकर्मी इसके लिए हाथ पर काली पट्टी बांधकर हवाई पट्टी की और जाने के लिए निकल गए थे। जब आला अधिकारियों को इसका पता चला तो उनके होश फाख्ता हो गए।
उन्होंने पुलिसकर्मियों को वहां जाने से रोका और सख्ती से काली पट्टी खोलकर वापस पुलिस लाइन जाने को कहा। इस पर सभी पुलिसकर्मी पुलिस लाइन की और लौट आये।आई जी की मौजूदगी, पुलिस विभाग के अनुशासन और अधिकारियों के नौकरी खराब करने की चेतावनी के कारण सबको अपना निर्णय वापस लेना पड़ा। मायूस होकर पुलिसलाइन जाना पड़ा।
व्हाट्स एप की डीपी भी काली पट्टी वाली
पुलिसकर्मियों ने अपने विरोध के तरीके को बहुत ही लोकतांत्रिक रखा है। वह काली पट्टी बंधे हुए हैं, लेकिन काम कर रहे हैं। विरोध की स्थिति ये है कि इन लोगों ने अपने व्हाट्स एप और व्हाट्स समूहों की डिस्प्ले पिक्चर भी काली पट्टी बंधी बांह को बना रखा है।