सबगुरु न्यूज़ उदयपुर। सूरजपोल थाना पुलिस ने 2 अगस्त को एक सूने मकान का ताला तोड़कर लाखों रूपए मूल्य के 35 तोला सोने के जेवरों केा चोरी करने में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में से दो तो कोटड़ा के जंगलों में छिपे थे। करीब 5 से 7 किलोमीटर पैदल चलने के बाद आरोपियों को दबिश देकर पकड़ा था और सारे जेवरात बरामद किए थे।
जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि 2 अगस्त की रात्रि को सकीना पत्नी अदनान बोहरा निवासी सैफी कॉलोनी ने मामला दर्ज करवाया कि उसके सास ससुर हज यात्रा पर गए थे। उसका पति अदनान दुबई मे व्यवसाय करता है।
मकान मे रहने वाले किरायेदार भी मुम्बई गए जिस पर अकेली होने के कारण सकीना अपने मकान का ताला लगा कर बोहरवाडी पीहर चली गई। अगले दिन आकर देखा तो ताला टूटा था और सारा सामान बिखरा पड़ा था।
तिजोरी तोडकर सोने के दो हार, चार चूडियां, चार कंगन, कान के झुमके, चेन, लोकेट, अंगूठियां, टॉप्स, करीब 35 तोला सोने के आभूषण व चांदी की गिन्नियां, सिक्के, चैन, बटन, चूडियां सहित 15 तोला चांदी के आभूषण, किमती विडियो कैमरा, घडियां व नगद 60 हजार रूपये गायब थे। इस पर उसने पुलिस को बताया था।
इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुधीर जोशी व वृत्ताधिकारी भगवतसिंह हिंगड़ ने थानाधिकारी हेरम्ब जोशी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक देवीसिंह, एएसआई किशोर सिंह, हैड कांस्टेबल तेजसिंह, ओमवीर सिंह, कांस्टेबल मनबहादुर, ललित कुमार व शक्तिसिंह की टीम का गठन किया।
पुलिस टीम ने शहर के पुराने नकबजन, बदमाश व चैन स्नेचरों को उठया और घटनास्थल के आसपास के व रास्तों के सीसीटीवी फुटेज भी प्राप्त किए। इस दौरान सामेन आया कि नदीम व सद्दाम को वारदात की रात्रि को खांजीपीर की तरफ घूम रहे थे। इस पर आरोपियों का पता किया तो आरेापियों का कोटडा की तरफ होना सामने आया।
टीम को कोटडा भेजा गया। आरोपी जंगलों में बनी एक झोंपड़ी में छिपे बैठे थे। जो मुख्य सड़क से करीब 5 किलोमीटर अंदर की ओर बनी थी। पुलिस टीम ने पहाड़ी पर चढ़कर दबिश दी और झोंपड़ी को घेरकर सद्दाम उर्फ सादाब पुत्र सिकंदर खान निवासी महावतवाडी घण्टाघर व नदीम पुत्र मोहम्मद अकरम निवासी जाटवाडी को पकड़ा। थाने पर लाकर आरोपियों से से सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने चोरी करना स्वीकार कर लिया।
आरोपियों ने सूने मकान की सूचना इमरान उर्फ इमू पुत्र अनवर खान निवासी स्वराज नगर माछला मंगरा द्वारा दिया जाना व इमरान द्वारा वारदात के समय बाहर निगरानी करना जाहिर आया। जिस पर इमरान उर्फ इमू को रविवार तडक़े गिरफ्तार किया गया। थानाधिकारी हेरम्ब जोशी ने बताया कि मुल्जिम सद्दाम, नदीम व इमरान ने माल बांट लिया था। परन्तु पुलिस को समय पर पता चलने के कारण आरोपी माल खुर्द बुर्द नही कर पाये थे। इसी कारण आरोपियों से सारा माल बरामद कर लिया।
सद्दाम व नदीम शातिर अपराधी है। सदाम के खिलाफ हत्या, लूट व आम्र्स एक्ट के 3 प्रकरण दर्ज है जबकि नदीम के खिलाफ भी लूट का एक प्रकरण दर्ज है। नदीम व सदाम द्वारा वारदात मे काम मे दी गई मोटर साइकिल व इमरान की स्कूटी भी जब्त कर ली है। जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि वारदात को खोलने वाली टीम को सम्मानित किया जाएगा।
इमरान ने ही बताई थी जानकारी
जांच के दौरान सामने आया कि सद्दाम काफी समय पहले खांजीपीर रहता था व इमरान उसका दोस्त था। इमरान को बोहरा परिवार मे सास ससुर के हज पर जाने की व पति के दुबई होने की पूरी जानकारी थी। इमरान लगातार निगरानी रख रहा था। उसे पता चला कि घर मे महिला अकेली है।
मकान का ताला लगा देख उसने ही नदीम व सद्दाम को बुलाकर अपनी स्कूटी पर साथ चलकर स्थान बताया व वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद मौजमस्ती करने नीमच, निम्बाहेडा चले गए थे। अगले दिन उदयपुर आकर कोटडा चले गये। कोटडा मे अभियुक्त नदीम का ननिहाल है। पुलिस पीछा करती हुई उस मकान पर पहुंची जहां जंगल मे नदीम व सदाम छिपे हुये थे।