गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल श्री गौहाटी गौशाला के 100 वर्ष पूरा होने और प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले गोपाष्टमी मेले के तीन दिवसीय कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर रविवार की देर शाम को आयोजित समारोह में उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि गौ-सेवा करने वाले समाज विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हैं। गौशाला परिसर में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक शताब्दी पूरी कर चुकी गुवाहाटी गौशाला की सफलता इस बात को स्थापित करती है कि इस गौरवशाली संस्थान से जुड़े लोगों में मानवता की भावना कूट-कूटकर भरी है।
उन्होंने कहा कि गौशाला जैसे संस्थानों में सच्चे-ईमानदार व्यक्ति पैदा होते हैं और राज्य के विकास के लिए समाज को ऐसे व्यक्तियों की बहुत जरूरत है।
गौ-पूजन को मातृ-पूजन के बराबर बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक मां की तरह गाय हमारी सेवा करती है और गाय का संपूर्ण जीवन मानव समाज को समर्पित होता है। उन्होंने उन सभी पुण्यात्माओं का भी श्रद्धापूर्वक स्मरण किया, जिन्होंने सौ साल पहले श्री गौहाटी गौशाला की नींव रखी थी।
उन्होंने कहा कि राज्य के विकास और सरकार के सफल संचालन के लिए अच्छे इंसानों की जरूरत है और यह गुण गौशाला जैसे संस्थानों से जुड़े लोगों में ही देखे जाते हैं। उन्होंने सरकारी कामकाज पर नजर रखने और कोई भी गलती होने पर सरकार को आगाह करने की सभी से अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-भक्ति में भगवान श्री कृष्ण की भक्ति के दर्शन होते हैं और गौशाला सभी जाति-धर्म-संप्रदाय में समन्वय स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
उन्होंने युवा पीढ़ी को भी गौशाला से जोड़ने की अपील करते हुए कहा कि इससे विज्ञान-तकनीक पसंद युवाओं में संस्कारों का भी विस्तार हो सकेगा।
इससे पूर्व गौशाला के अध्यक्ष रामगोपाल हरलालका ने मुख्यमंत्री का फुलाम गामोछा पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर भारी संख्या में गणमान्य व सम्मानित अतिथिगण मौजूद थे।