जोधपुर। जयपुर इंटेलीजेंस व मिलिट्री इंटेलीजेंस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले एक नेटवर्क का खुलासा करते हुए तीन लोगों को पकड़ा है।
इनमें से एक बाड़मेर का है जबकि उसके दो भतीजों को जोधपुर से पकड़ा गया है। इन सभी को जैसलमेर में सीमा के निकट से पकड़े गए सद्दीक से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पकड़ा गया है।
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खुफिया एजेंसियों ने कुछ दिन पूर्व जैसलमेर के सीमावर्ती किशनगढ़ क्षेत्र से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले सद्दीक को गिरफ्तार किया था।
उससे पूछताछ के दौरान मिली जानकारी से पूरे मारवाड़ में फैले उसके जासूसी नेटवर्क का खुलासा हुआ। गुरुवार की शाम जयपुर से आई विशेष टीम ने बाड़मेर से संतोष माहेश्वरी उर्फ सतराम को गिरफ्तार किया था। संतोष से पूछताछ के दौरान जोधपुर में रहने वाले उसके दो भतीजों विनोद व सुनील माहेश्वरी के भी इस नेटवर्क में शामिल होने की बात सामने आई।
शुक्रवार की सुबह दोनों को रातानाडा क्षेत्र में खुफिया एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया। सूत्रों का कहना है कि बाड़मेर से सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाला संतोष पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी का काम करता है।
आईएसआई के आकाओं से मिलने संतोष कई बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुका है। उसके कहने पर उसके दोनों भतीजे भी आईएसआई के लिए काम करते थे। तीनों जासूसों से जोधपुर में सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर इनके नेटवर्क के बारे मे जानकारी हासिल कर रही है। पाक जासूस सद्दीक खान से पूछताछ में कई अहम खुलासे हो रहे है।
जानकारी मिली कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जैसलमेर में अपना नेटवर्क बना रखा है। सद्दीक खान भी उसी नेटवर्क का एक अहम हिस्सा है। वह पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ संपर्क में था। सूत्रों का कहना है कि सद्दीक पिछले कई सालों में पाकिस्तान की कई यात्राएं कर चुका है।
इंटेलीजेंस के अधिकारियों को सर्च के दौरान उसके पास से कई मोबाइल की सिम मिली है। इंटेलीजेंस उन सिमों की जांच कर रही है कि उनका इस्तेमाल कब और कहां किया गया। बताया गया है कि इनके पास कई सामरिक क्षेत्र की जानकारी वाले दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।