चंडीगढ़। पंजाब में लुधियाना के तीन युवकों से लीबिया में एक ऑयल कम्पनी द्वारा जबरदस्ती काम कराए जाने का प्रकरण सामने आया है।
युवकों के परिजनों का आरोप है कि लीबिया में ऑयल कम्पनी ने तीनों युवकों से उनके पासपोर्ट भी छीन लिए हैं। जब युवक कम्पनी के अधिकारियों से इस तरह के व्यवहार की शिकायत करते हैं, तो उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है।
युवक स्थानीय भाषा न जानने के कारण पुलिस में शिकायत भी दर्ज नहीं करा पा रहे हैं। युवकों ने अपने परिजनों को पूरी घटना क्रम की जानकारी एक सोशल मीडिया के माध्यम से दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लुधियाना के सर्बजीत सिंह, टीटू बंसल और मलकीत सिंह एक ट्रैवल एजेंट के जरिए 28 अप्रैल, 2016 को लीबिया की अलबराज आॅयल कंपनी में वेल्डिंग का काम करने गए थे।
करीब एक महीने के बाद उन्हें समझ आया कि कंपनी वाले उनसे काम ज्यादा करवा रहे थे, लेकिन उन्हें पूरे पैसे नहीं दिए जा रहे थे। उनके साथ मारपीट भी की जा रही थी। जब उन्होंने विरोध शुरू किया तो कंपनी के लोगों ने उनके पासपोर्ट छीनकर उन्हें बंधक बना लिया।
हाल ही में उन्होंने किसी व्यक्ति के मोबाइल फोन के जरिए अपने साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार का वीडियो बनाकर घरवालों को व्हाॅट्सएप कर बचाने के लिए कहा है।
सर्बजीत की पत्नी मनप्रीत और टीटू बंसल मलकीत सिंह के घरवालों ने विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है। उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अपील की है कि लीबिया सरकार से संपर्क कर तीनों युवकों को जल्द से जल्द छुड़ाया जाए, ताकि उन्हें बचाया जा सके, क्योंकि युवकों ने व्हाट्सएपप भेजे मैसेज में कहा है कि उन्हें वहां जान का खतरा है।