नई दिल्ली। रिलायंस जियो के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को यहां कहा कि भारत के पास जमीनी स्तर पर रोजगार, उद्यम और नवाचार के क्षेत्र में डिजिटल आंदोलन शुरू करने का अद्भुत अवसर है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2017 के समापन दिन रिलांयस जियो के नेटवर्क, वैश्विक रणनीति और सेवा विकास के अध्यक्ष मैथ्यू ओमन ने कहा कि देश के पास न केवल रोजगार पैदा करने की क्षमता है, बल्कि तालुका स्तर तक नवाचार पैदा करने की भी क्षमता है।
ओमन ने कहा कि इसे डिजिटल युग का पंचायती राज कहते हैं। हमारे पास अंतहीन संभावनाएं हैं। डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया जैसे कार्यक्रमों से हम कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति के लिए अवसर पैदा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एलटीई का मतलब मेरे लिए ‘लर्न टू अर्न’ प्रौद्योगिकी है। यह एक बड़ा प्रतिमान स्थापित होने वाला है, जिससे डिजिटल सशक्तिकरण आएगा और स्थापित होगा तथा एक सुरक्षित और डिजिटल भारत बनेगा। उन्होंने कहा कि मेरे अनुसार वर्ष 2017 बढ़े हुए अवसर का समय है।
ओमन ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता(एआर), आभाषी वास्तिवकता(वीआर), दृश्य ग्राफिक्स, प्राकृतिक भाषा संस्करण और प्राकृतिक भाषा सोच के साथ जिस तरह से हम व्यापार कर रहे हैं, उससे बहुत जल्दी ही बदलाव आएगा।
डेटा सुरक्षा को बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश और हरेक व्यक्ति की निजता व सुरक्षा आज हमारी मुख्य जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि किसी को भी हमें यह बताने की जरूरत नहीं है कि हम यह कैसे करें। हमलोग काफी बुद्धिमान हैं और हमारे पास ऐसा करने के लिए आधारभूत संरचना है।
इसबीच, केंद्रीय संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद यहां प्रथम आईएमसी के अंतिम दिन लोगों को संबोधित करने वाले थे, लेकिन वह यहां पहुंच नहीं सके।
आईएमसी के प्रथम संस्करण में केवल एक ही स्मार्टफोन एलजी ‘के7आई’ को लांच किया गया। यह स्मार्टफोन में एक नई प्रौद्योगिकी ‘मॉस्क्यूटो अवे’ से लैस है।
समारोह के मुख्य भागीदार गूगल और फेसबुक ने डिजिटल भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने प्रयासों को रेखांकित किया। गूगल ने अपने आने वाले एंड्राइड ओरियो ओएस और भारत केंद्रित उत्पादों के लांच और पहल को प्रदर्शित किया।
जियो, एरिक्सन, एयरटेल, वोडाफोन और हुवेई ने यह बताया कि कैसे 5जी भारत को एक डिजिटल राष्ट्र बना सकता है और कैसे यह तकनीक देश के सभी नागरिकों को सशक्त बना सकता है।
इसके अलावा चिप निर्माताओं क्वालकोम और मीडियटेक ने अपने उपकरण का प्रदर्शन किया, जो उनके सिस्टम-ऑन-चिप(एसओसी) से चलता है और उन्होंने बताया कि कैसे उनका प्रोसेसर नवीनतम ऑपरेटिंग सिस्टम नए तकनीकी बदलाव के लिए उपयुक्त है।