कोलकाता। रोजवैली चिटफंड मामले में सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पाल को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को साल्टलेक के सीजीओ काम्पलैक्स स्थित सीबीआई कार्यालय पहुंचे तापस पाल को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
रोजवैली ग्रुप से आर्थिक लाभ हासिल करने के आरोपों से घिरे अपने जमाने के मशहूर अभिनेता व सांसद तापस पाल को सीबीआई ने गत बुधवार को नोटिस भेज कर पूछताछ के लिये तलब किया था।
शुक्रवार सुबह साढे ग्यारह बजे के करीब तापस पाल अपनी पत्नी नंदिनी पाल के साथ सीजीओ काम्पलैक्स पहुंचे। सीबीआई अधिकारियों ने उनसे करीब चार घंटे तक पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
मामले की जांच के लिए रात को ही उन्हें भुवनेश्वर ले जाया गया। सीबीआई सूत्रों के अनुसार रोजवैली के फिल्म डिविजन में निदेशक पद पर रह चुके तापस पाल को संस्था की ओर से मोटी रकम दी जाती थी। इस मामले में सीबीआई ने एक बार पहले भी तापस पाल से पूछताछ की थी।
पीएमओ के निर्देश पर हो रही गिरफ्तारी : ममता
रोजवैली मामले में तृणमूल सांसद तापस पाल की गिरफ्तारी को तृणमूल कांग्रेस ने बदले की कार्रवाई करार दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राजनीतिक प्रतिहिंसा की वजह से उनकी पार्टी के सांसदों व विधायकों को गिरफ्तार करवा रही है।
शुक्रवार को तापस पाल की गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद नवान्न में पत्रकारों से बात करते हुए ममता ने कहा कि ये गिरफ्तारिया प्रधानमंत्री कार्यालय व भाजपा नेतृत्व के निर्देश पर की जा रही है। मोदी जी चाहें तो हमारे सभी विधायकों और सांसदों को गिरफ्तार करवा लें।
उन्होंने कहा कि चाहे तो मुझे भी गिरफ्तार कर लो लेकिन हमारा आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि रोजवैली के साथ भाजपा सांसद बाबुल सुप्रिय और रूपा गांगुली भी जुडे रहे हैं।
तापस पाल की गिरफ्तारी को राजनीतिक रंजिश का नतीजा बताते हुए ममता ने कहा आज कल हालात पराधीन भारत से भी बुरे चल रहे हैं। इस दौरान ममता ने नोटबंदी को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर जम कर प्रहार किए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अनेक वादे किये थे लेकिन उन वादों को पूरा करने में पूरी तरह नाकामयाब रहे। अतः उन्हें देश की जनता से माफी मांगते हुए प्रधानमंत्री पद छोड देना चाहिए।
दूसरी तरफ तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि जिस तरह से ममता बनर्जी ने नोटबंदी के मुद्दे दिल्ली जाकर केंद्र के खिलाफ आवाज बुलंद उसी का बदला लेने के लिये केंद्र सरकार पार्टी के सांसदों व विधायकों को परेशान कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को हकीकत पता चल चुकी है और केंद्र की ऐसी हरकतों से लोगों का विरोध और बढेगा।