कोलकाता। सेना की तैनाती के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जवानों पर वाहनों से पैसे वसूलने का गंभीर आरोप लगाया है। सीएम के इस बयान पर पलटवार करते हुए मेजर जनरल सुनील यादव ने कहा कि सेना पर लगे सारे आरोप निराधार हैं।
उन्होंने सीएम को कडे शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि सेना के जवानों ने अगर पैसों की वसूली की है तो वे इससे संबंधित प्रमाण सेना को सौंपे जिसकी जांच होगी।
उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न नाकों पर सेना की तैनाती की जानकारी पहले से ही दे दी गई थी। एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने बताया कि यह केवल सेना का रुटीन अभ्यास है।
स्थानीय प्रशासन के सहयोग से ही यह अभियान चलाया जाता है औ़र इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को भी दी गई थी। उन्होंने आगे बताया कि राज्य के महत्वपूर्ण नाकों पर यह अभियान चलाया जा रहा है। विशिष्ट रूप से उत्तर-पूर्व के राज्यों में यह अभियान चलाया जाता है।
उन्होंने बताया कि कोलकाता और राज्य की पुलिस को इसकी जानकारी देकर ही वे यह अभियान चला रहे हैं। पहले इसके 28 नवम्बर से ही शुरू होने की बात थी लेकिन पुलिस के अनुरोध के कारण इसे आगे बढा दिया गया और एक दिसम्बर को अभियान चलाने के निर्णय लिया गया।
यह प्रथम घटना नहीं है। पिछले साल 26 सितम्बर से लेकर एक अक्टूबर तक झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार में इस तरह के अभियान चलाये गये थे। मेजर जनरल ने बताया कि प्रत्येक साल ही इस तरह के अभियान चलाए जाते हैं।
जवानों द्वारा पैसे वसूलने के सीएम के बयान के उन्होंने सिरे से नकार दिया औ़र कहा कि अगर किसी तरह प्रमाण है तो उसे सौंपा जाए, मामले की पूरी जांच की जाएगी।
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