रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में टमाटर की कीमतें बुधवार और गुरुवार को 90 और 100 रुपए किलो तक पहुंच गईं।
रायपुर के पुरानी बस्ती बाजार पहुंचे 42 वर्षीय ललित ने कहा कि पिछले कई सालों में टमाटर की कीमतों में इतना इजाफा कभी नहीं हुआ। पहली बार टमाटर की कीमत 100 रुपए तक पहुंच गई है। लेकिन, सब्जियों का जायका तो बिना टमाटर आता ही नहीं, इसलिए मजबूरी कहें या जरूरत, खरीदना तो पड़ेगा ही।
गुरुवार को चिल्हर में टमाटर 90 से 100 रुपए प्रति किलो बिका। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यदि टमाटर की आवक सामान्य नहीं हुई तो इसकी कीमत सौ के भी पार चली जाएगी। व्यापारी इसके पीछे टमाटर की धीमी आवक को प्रमुख कारण बता रहे हैं। स्थानीय आवक बिल्कुल नहीं होने से टमाटर की कीमत आसमान छू रही है।
‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ कहा जाता है और छत्तीसगढ़ में पताल की चटनी मशहूर है। लेकिन, टमाटर के लगातार बढ़ते भाव ने इस पर संकट ला दिया है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ टमाटर की कीमतें बढ़ी हैं, अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान पर हैं।
छत्तीसगढ़ सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी का कहना है कि टमाटर की कीमतों में वृद्धि के पीछे मुख्य वजह मांग ज्यादा और आपूर्ति कम होना है। बाजार में लोकल आवक नहीं के बराबर है। कुछ सब्जियों जैसे बरबट्टी, लौकी, कुम्हड़ा की आवक जरूर है, पर जितनी होनी चाहिए, उतनी नहीं है।
उन्होंने कहा कि टमाटर की बात करें तो यह अभी बेंगलुरु से आ रहा है, लेकिन बारिश के चलते वहां भी दिक्कत हो रही है। इसलिए लगातार कीमतों में इजाफा हो रहा है। ऐसी स्थिति आने वाले एक-दो महीनों तक रह सकती है। दीवाली के बाद ही स्थिति सामान्य होगी।