नई दिल्ली। दिल्ली में चुनाव सिर पर हैं और भाजपा की मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी किरण बेदी के खिलाफ भाजपा में मुखालफत सामने आ गई है। किरण बेदी और उनकी सहयोगियों के कथित तानाशाही रवैये और कार्यकर्ताओं से असम्मानीय व्यवहार से नाराज प्रमुख भाजपाई नरेन्द्र टंडन ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। लेकिन नाटकीय रूप से शाम को उन्होने इस्तीफा वापस ले लिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार टंडन ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भेजे अपने इस्तीफे में इसकी वजह किरण बेदी और उनकी करीबियों की ओर से भाजपा कार्यकर्ताओं से किए जा रहे असम्मानजनक व्यवहार को इसका कारण बताया है। टंडन इस चुनाव में किरण बेदी के प्रचार प्रभारी हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार टंडन ने अपने इस्तीफे में शाह को लिखा कि वह करीब एक दशक से ज्यादा समय से भाजपा से जुडे हुए हैं। पार्टी ने ऐसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाकर बैठा दिया है, जिसने दिल्ली में अपने कार्यकाल के दौरान कई भाजपाइयों के सिर पर डंडे बरसाए।
उन्होंने बताया कि वह बेदी के साथ पार्टी सिद्धांतों को देखते हुए आत्मीयता से जुडे हुए थे, लेकिन जिस तरह से बेदी का कार्यकर्ताओं के साथ व्यवहार है और जिस तरह से किरण बेदी की सहयोगी उनसे असम्मानजनक व्यवहार कर रही हैं वह बर्दाश्त नहीं हो रहा। उन्होंने शाह को लिखा कि वह चाहें तो इसकी जांच करवा सकते हैं।
अंदरखाने भाजपा में किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद क उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर काफी आक्रोश पनप रहा है, लेकिन पहली बार भाजपा के किसी काडर बेस नेता ने इस तरह से इसको लेकर इस्तीफा दिया है। अब पार्टी के सामने ऐन चुनाव से पहले इस असंतोष को संभालने की बडी चुनौती होगी।