नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से निष्काषित होने का दर्द योगेन्द्र यादव के जुबान से छलक ही गया। आप राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य द्वारा यह कहे जाने पर कि केजरीवाल ने ही यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से हटवाया है पर योगेन्द्र यादव ने कहा कि सच्चाई समाने आ ही गई।
दोनों नेताओं को पीएसी से निकाले जाने के लिए मयंक गांधी ने अपने ब्लॉग में केजरीवाल को जिम्मेदार बताया है। इन दोनो नेताओं के खिलाफ केजरीवल ने ही निकाला की साजिश रची थी।
यादव ने आज गांधी के ब्लॉग पर टिप्पणी करने के संबंध में पूछे जाने पर कहा ‘अंतत: सच्चाई सामने आ गई’। यादव ने बैठक के बारे में और कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। पीएसी से निष्काषित किए जाने पर यादव ने कहा कि मेरा विश्वास है कि पार्टी में पारदर्शिता खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे और भूषण को पीएसी से हटाए जाने का पार्टी पर दीर्घकालिक लिहाज से असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी हम सबसे ऊपर है। उन्होंने कहा कि पीएसी की कल हुई बैठक में किसी प्रकार का मोलभाव नहीं किया गया था। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अभी भी पार्टी के प्रवक्ता पद पर हैं श्री यादव ने कहा कि इस बारे में उन्हें कुछ नहीं बताया गया है।