नई दिल्ली। सरकार ने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत वर्ष 2014-15 के अक्टूबर से लेकर वर्ष 2016-17 में दिसंबर तक देश में कुल 9208.44 करोड डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुये कहा कि मेक इन इंडिया पहल की शुरूआत सितंबर 2014 में की गयी थी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 में अक्टूबर से मार्च के दौरान 1623.91 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया था।
इसी तरह से वर्ष 2015-16 के दौरान 4000 करोड़ डॉलर का तथा वर्ष 2016-17 में अप्रैल से दिसंबर के दौरान 3584.43 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया है।
उन्होंने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत मॉरीशस से सबसे अधिक 2598.39 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया है। इस मामले में 2511.55 करोड़ डॉलर के साथ भसगापुर दूसरे स्थान पर रहा है। जापान से 800 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया है।
अमरीका से 675.97 करोड़ डॉलर और ब्रिटेन से 265.37 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया है। चीन की कंपनियों ने 116.37 करोड़ डॉलर का निवेश किया है जबकि जर्मनी की कंपनियों ने 263.61 करोड़ डॉलर और साइप्रस की कंपनियों ने 127.66 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। फ्रांस की कंपनियों ने 127.50 करोड़ डॉलर का निवेश किया है।