भोपाल। देश के 10 प्रमुख श्रमिक संगठन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहे। राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अन्य शहरों में इस हड़ताल का असर दिखाई दिया।
सुबह 9 बजे से शुरू हुई इस देशव्यापी हड़ताल से आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया था। बैंक, बीमा, डाक, परिवहन, बाजार, खनन उद्योग तथा कुछ अन्य क्षेत्रों पर हड़ताल का असर दिखाई दिया।
सुबह से ही जगह-जगह श्रमिक संगठनों ने हड़ताल के समर्थन में रैलियां निकाली। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए कई स्थानों पर अतिरिक्त पुलिसबल की भी तैनाती की गई थी।
श्रमिक संगठनों की मांगों में अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 18000 रुपए किए जाने, ऐसे श्रमिकों को हर माह कम से कम तीन हजार रुपए पेंशन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार द्वारा प्रस्तावित श्रम कानूनों में कुछ संशोधनों को वापस लेना शामिल है।
श्रम संघ 40 कर्मचारियों वाले कारखानों को श्रम कानूनों से बाहर रखने के सरकार के निर्णय का विरोध कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने देश की सुरक्षा को खतरा होने के आधार पर विशेषकर फार्मास्युटिकल, रेलवे और रक्षा क्षेत्रों में विदेशी निवेश का भी विरोध किया है। श्रमिक संगठन भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक भी वापस लेने की मांग कर रहे थे।
इस हड़ताल में 10 केंद्रीय श्रम संगठनों ने शामिल होने की घोषणा की थी। भारतीय मजदूर संघ इस हड़ताल में शामिल नहीं था। वहीं, भोपाल को-ऑपरेटिव सेंट्रल बैंक कर्मचारी संघ ने हड़ताल के पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि वह हड़ताल में शामिल नहीं है और बैंक की सभी 23 शाखाएं खुली रहेंगी।
वहीं, प्रदेश के अन्य जिलों में भी को-ऑपरेटिव बैंक खुले रहे। राजधानी भोपाल में बैंकों, इनकम टैक्स ऑफिस, बीएसएनएल, पोस्ट ऑफिस, रेलवे मेल सर्विस के दफ्तरों समेत कई कारखानों में काम काज ठप रहा। इस वजह से अरेरा हिल्स स्थित डाक भवन, इनकम टैकस ऑफिस, बैंकों और बीएएसएनएल दफ्तर में काम- काज नहीं हुआ।
हड़ताल के दौरान श्रमिक संगठनों ने यादगार-ए-शाहजहानी पार्क में सभा आयोजित की। इसके बाद यहां से नीलम पार्क तक रैली निकाली गई। इनकम टैक्स व अन्य केंद्रीय विभागों के कर्मचारियों ने अरेरा हिल्स स्थित डाक भवन से आयकर दफ्तर तक रैली निकाली।
रैली के समापन पर एक सभा का आयोजन भी किया गया। वहीं, बैंक कर्मचारियों ने एमपी नगर जोन-1 में स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स के रीजनल ऑफिस से रैली निकाली। रैली के समापन पर एक सभा का आयोजन किया गया।
शुक्रवार की हड़ताल के दौरान जबलपुर में स्थित विभिन्न सुरक्षा संस्थानों में सुबह से ही काम बंद रहा। हड़ताल के दौरान पुलिस और कर्मचारियों के बीच झूमाझटकी भी हुई, जिसके बाद हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। ग्वालियर में सीटू, इंटक सहित कई वामपंथी श्रमिक संगठनों के आह्वान पर यात्री वाहनों सहित कई केंद्रीय कार्यालयों में काम प्रभावित हुआ।
कर्मचारी यूनियनों ने शहर के कई क्षेत्रों में रैली निकाली और हड़ताल का समर्थन करने का आव्हान किया। शहर में कुछ जगहों पर जबरन बंद कराने को लेकर पुलिस और कर्मचारियों की झड़प भी हुई।