जयपुर हाई कोर्ट ने ट्रांसफार्मर फटने के कारण होने वाले हादसों को लेकर राज्य सरकार व जयपुर विद्युत वितरण निगम से पूछा है कि ट्रांसफार्मर बम बन रहे हैं फिर इनको सप्लाई करने वाली कंपनियां और उनके अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है| कोर्ट ने इस मामले में मुख्य सचिव प्रमुख ऊर्जा सचिव जयपुर विद्युत वितरण निगम के अध्यक्ष प्रबंधक निदेशक से जवाब मांगा है अब सुनवाई 4 सप्ताह के बाद होगी न्यायाधीश vs सरधना, न्यायाधीश कैलाश चंद शर्मा की खंडपीठ ने शनिवार को शिवपाल प्रजापत की जनहित याचिका पर यह आदेश दिया है| शाहपुरा हादसे में प्रजापत के परिवार के 2 सदस्यों की मौत हो गई है प्रार्थीपक्ष की ओर से अधिवक्ता प्रतीक कासलीवाल ने कोर्ट को बताया कि ट्रांसफार्मर फटने के कारण मौत हो रही है और यह बम की तरह जानलेवा बने हुए हैं हाल ही जयपुर जिले के शाहपुर में ट्रांसफार्मर फटने के कारण लगभग 21 लोगों की जान चली गई इसमें पहले 2015 में टोंक जिले में ट्रांसफार्मर फटने के कारण 16 लोगों की मौत हो चुकी है|
ट्रांसफार्मर फटने का कारण
घटिया ट्रांसफर में सप्लाई का आरोप:- याचिकाकर्ता का कहना है कि सरकार को नुकसान हो रहा है वही लोगों की जान भी जा रही है इसके कारण पीड़ित परिवारों का मुआवजा देना होता है यार की है कि ट्रांसफार्मर की जांच की जानी चाहिए और घटिया पाए जाने पर जो जयपुर विद्युत वितरण निगम के अधिकारी और सप्लाई करने वाली कंपनियों पर कार्रवाई करनी चाहिए|