लंदन। ब्रिटेन में चिकित्सकों ने एक अत्यंत बीमार नवजात शिशु से पहला सफल अंगदान प्राप्त किया। इस अंगदान में एक नवजात बच्ची के गुर्दे को खराब गुर्दे और लीवर कोशिकाओं वाले मरीज में प्रत्यारोपित किया गया। इसके बाद एक अन्य मरीज में भी इसका प्रत्यारोपण किया गया।
अंगदानकर्ता एक नवजात बच्ची थी, जिसका जन्म लंदन के हैमरस्मिथ अस्पताल की नवजात शिशु इकाई के आपातकालीन सीजेरियन सेक्शन में हुआ था।
जन्म के समय इस नवजात बच्ची का वजन तीन किलोग्राम से थोड़ा अधिक था, लेकिन बच्ची बहुत बीमार थी, जिससे यह स्पष्ट था कि गर्भावस्था के दौरान इसके मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी थी।
लेखकों के मुताबिक माता-पिता की अत्यंत उदारता और नवजात शिशु टीम और अंगदान टीम की अद्भूत पेशेवर साझेदारी की वजह से अंगदान की यह प्रक्रिया सफल रही। यह मामला ब्रिटेन में नवजात शिशुओं की देखभाल के संदर्भ में मील का पत्थर साबित हुआ है।
माता-पिता और चिकित्सक बच्ची की देखरेख में लगे हुए थे। बच्ची के जिंदा नहीं रहने की स्थिति स्पष्ट होने पर अंगदान की संभावनाओं पर विचार किया गया। बच्ची के माता-पिता ने अपनी बच्ची की किडनी और लीवर कोशिकाओं को अन्य मरीजों में प्रत्योपण के लिए मंजूरी दी।
बच्ची के पैदा होने के छह दिन के बाद और मृत्यु की पुष्टि होने के साथ ये ऊतक नेशनल ऑर्गन रिट्रीवल सर्विस के अनुभवी डॉक्टर की मदद से दोबारा प्राप्त किए गए।
लेखकों के मुताबिक रॉयल कॉलेज ऑफ पैडियाट्रिक्स एंड चाइल्ड हेल्थ के नए दिशानिर्देश जल्द जारी किए जाने की उम्मीद है और ये दिशानिर्देश नवजात शिशुओं के अंगदान के मानकीकरण में सहायक होंगे। यह आलेख आर्काइव ऑफ डिजीज इन चाइल्डहुड पत्रिका के भ्रूण और नवजात शिशु संस्करण में प्रकाशित किया गया।