नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा का आरोप है कि दिल्ली का आॅटो परमिट घोटाला केजरीवाल सरकार की मिलीभगत से हुआ है। विपक्षी दल ने परमिट घोटाले पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। साथ ही कहा है कि वह उपराज्यपाल से घोटाले की सीबीआई जांच की मांग करेगा।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने मंगलवार को यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आॅटो परमिट घोटाले की निष्पक्ष जांच होगी तो सरकार में बैठे मंत्री, विधायक तथा आम आदमी के अनेक कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार सामने आएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि ऑटो परमिट घोटाले को लेकर वे विधानसभा का विशेष सत्र बुलायें ताकि सच जनता के सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि सम-विषम योजना की आड़ में दिल्ली सरकार ने 10,000 नए ऑटो परमिट जारी करके जनता को सहूलियत देने के नाम पर करोड़ों का घोटाला किया। मामला भाजपा द्वारा जनता के सामने उजागर किए जाने पर छोटी मछलियों को निलंबित करके दिल्ली सरकार अपना दामन बचाना चाहती है। इस घोटाले में कई अन्य घोटाले भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष उपराज्यपाल से मिलकर सी.बी.आई. जांच की मांग करेगा।
गुप्ता ने कहा कि 15 वर्ष से पुरानी सी.एन.जी. से चलने वाली आटो गाडि़यों की ओनरशिप ट्रांसफर को लेकर एक ओर दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा दूसरी ओर दलालों की मिलीभगत से 15 साल पुराने ऑटो के नाम पर ओनरशिप बदलकर नए नाम से हजारों परमिट जारी करने का नया घपला सामने आया है।