कोलकाता। रोजवैली मामले में तापस पाल की गिरफ्तार के बाद राज्य का राजनीतिक पारा उपर बढने लगा है। इस मुद्दे को लेकर भाजपा और तृणमूल आमने-सामने आ गई है।
तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी पहले ही सांसद की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध चुकी है। उनका कहना है कि नोटबंदी के खिलाफ उनकी पार्टी को मुहिम चला रही है उसी के चलते केंद्र सीबीआई के जरिये उनकी पार्टी के नेताओं को प्रताड़ित करने का प्रयास कर रही है।
ममता ने रोजवैली मामले से भाजपा के दो सांसदों बाबुल सुप्रिय व रूपा गांगुली के जुडे होने का दावा भी किया था। ममता के इस दावे को लेकर रूपा गंगुली ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि जरूरत पड़ी तो वह सुप्रीम कोर्ट जाने से भी नहीं हिचकिचाएंगी।
दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रिय का रुख भले ही रूपा की तरह आक्रामक न हो लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि उन्होंने पेशेवर तौर पर रोजवैली के कार्यक्रमो में हिस्सा लिया था।