न्यूयॉर्क। डोनाल्ड ट्रंप पर अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने से पहले पिछले वर्ष यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाने वाली कई महिलाओं ने ट्रंप के खिलाफ जबर्दस्ती छूने, जबर्दस्ती चुंबन लेने के आरोपों को सार्वजनिक रूप से फिर दोहराया है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार दस से अधिक संख्या में यह महिलाएं 2016 में राष्ट्रपति पद के चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप पर यौन दुर्व्यवहार के आरोपों के साथ सामने आईं थीं।
इन लोगों ने सोमवार को मेगिन केली के एनबीसी कार्यक्रम और बाद में मेनहट्टन में संवाददाता सम्मेलन में अपने आरोपों को दोहराया और कांग्रेस से उनके आरोपों की जांच कराने का आग्रह किया।
महिलाओं ने कहा कि चूंकि इसी तरह के आरोपों ने न्यूज मीडिया, व्यापार व राजनीति के कई दिग्गजों के करियर पर असर डाला है, इसलिए उन्हें उम्मीद है कि अब उनके आरोपों को भी गंभीरता से लिया जाएगा।
2006 में मिस नार्थ केरोलिना का खिताब जीतने वाली सामंथा होल्वे ने कहा कि अब, यह इस तरह है कि अब राउंड 2 के लिए कोशिश करते हैं, अब माहौल अलग है, चलो, एक बार फिर कोशिश करते हैं।
उन्होंने ट्रंप पर दोबारा आरोप लगाया और कहा कि ट्रंप ने सौंदर्य प्रतियोगिता में उपस्थित अन्य महिलाओं के साथ उन्हें गंदी नजर से देखा था।
जेसिका लीड्स ने होल्वे का साथ देते हुए कहा कि 1970 के दशक में ट्रंप ने उन्हें विमान यात्रा के दौरान जबरदस्ती छुआ था और चुंबन किया, वहीं रचेल क्रुक्स ने आरोप लगाया कि वर्ष 2005 में ट्रंप ने बिना उनकी इजाजत के लगातार उनका चुंबन लिया था।
बेरॉक ग्रुप की पूर्व रिसेप्शनिस्ट क्रुक्स ने कहा कि यह ट्रंप की ओर से लगातार किया गया दुर्व्यवहार और विकृति है। मेरे यहां होने का एकमात्र कारण यह है कि यह मुजरिम अब हमारे देश का राष्ट्रपति है। कम से कम 15 महिलाओं ने ट्रंप पर यौन दुर्व्यवहार और महिलाओं के प्रति खराब व्यवहार का आरोप लगाया है।
सोमवार को डाक्युमेंट्री फिल्म कंपनी ब्रेव न्यू फिल्म्स द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप पर आरोप लगाने वालों में लिजा बोयने भी शामिल थीं। इन सभी के अलावा पूर्व मिस उटाह यूएसए टेंपल टेग्गार्ट ने वर्ष 1997 में ट्रंप पर उनके होठों पर चुंबन लेने के आरोप लगाए हैं। वहीं एक महिला मिंडी मेकगिलिवरे ने ट्रंप पर वर्ष 2003 में फ्लोरिडा में उन्हें पीछे से दबोचने का आरोप लगाया है।
व्हाइट हाउस ने दोबारा कहा कि ट्रंप ने दावा किया है कि यौन उत्पीड़न का आरोप गलत है और महिलाएं झूठ बोल रही हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सराह हुकाबी सैंडर्स ने पत्रकारों से कहा कि राष्ट्रपति ने कहा है कि ये आरोप गलत हैं।
सैंडर्स ने कहा कि यह उनके राष्ट्रपति चुने जाने से पहले की बात है और देश के लोगों ने अपने निर्णायक चुनाव में राष्ट्रपति ट्रंप को समर्थन दिया। इन आरोपों का जवाब इसी प्रक्रिया से दे दिया गया।
इस बीच, डेमोक्रेटिक पार्टी की न्यूयॉर्क की सीनेटर किस्र्टेन गिलिब्रांड उन डेमोक्रेट सांसदों की सूची में शामिल हो गईं हैं जिन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से यौन दुर्व्यवहार के आरोपों पर इस्तीफा देने की मांग की है।
गिलिब्रांड ने सोमवार रात सीएनएन से कहा कि इन महिलाओं के मुताबकि राष्ट्रपति ट्रंप ने उनके साथ यौन दुर्व्यवहार किया था। यह दुर्व्यवहार और आपराधिक गतिविधि के मामले में बेहद विश्वसनीय आरोप हैं और उनकी पूरी तरह से जांच करनी चाहिए और उन्हें (ट्रंप को) इस्तीफा देना चाहिए।
सेना में यौन उत्पीड़न के मामलों से निपटने को लेकर कांग्रेस की एक प्रमुख आवाज मानी जाने वाली गिलिब्रांड ने कहा कि यह आरोप विश्वसनीय हैं, ऐसे कई आरोप हैं. मैंने इन महिलाओं की बात सुनी है और इनमें से कई बेहद दुखी हैं। इन महिलाओं की बात न केवल सुनी जानी चाहिए बल्कि उनपर विश्वास भी किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर वह तुरंत इस्तीफा नहीं देते हैं तो कांग्रेस को उनके व्यवहार की जांच करानी चाहिए और उन्हें जिम्मेदार ठहराना चाहिए। ओरेगान के डेमोक्रेटिक सीनेटर रॉन वीडेन ने भी सोमवार को ट्वीट के जरिए ट्रंप के इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने ट्वीट किया कि ये महिलाएं सही हैं। अगर डोनाल्ड ट्रंप इस्तीफा नहीं देते हैं तो कांग्रेस को कई, कई महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करानी चाहिए, जिनके साथ उन्होंने (ट्रंप) यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार किया। कानून से उपर कोई नहीं है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की दूत व रिपब्लिकन नेता निकी हेली ने भी कहा है कि ट्रंप पर आरोप लगाने वाली महिलाओं को सुना जाना चाहिए।