अंकारा। सरकार ने महिला सैनिकों के हिजाब पहनने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से गुरुवार को मिली।
उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर साल 1980 में प्रतिबंध लगाया गया था और सेना आखिरी संस्था है जहां हिजाब पहनने पर प्रतिबंध हटा दिया दिया गया है।
स्थानीय अखबार हुर्रियत डेली के अनुसार नया नियम नियमित महिला सैन्य अधिकारियों, गैर कमीशन अधिकारियों और महिला कैडेट पर लागू होगा। हिजाब का रंग वर्दी के रंग जैसा होगा और महिला सैनिक इसे टोपी के नीचे पहन सकेंगी, लेकिन चेहरा ढकने की इजाजत नहीं होगी।
गजट में प्रकाशित होने के बाद यह आदेश लागू हो जाएगा। विदित हो कि हिजाब के मुद्दा पर काफी समय से तुर्की में बहस छिड़ी हुई है।
कुछ लोग जहां हिजाब को धार्मिक रूढ़िवाद का प्रतीक मानते हैं और राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोआन पर उनका धार्मिक एजेंडा लागू करने का आरोप लगाते हैं, वहीं रिसेप हिजाब पर पाबंदी को पुरानी धार्मिक प्रथा का अनादर मानते हैं।