अंकारा। तुर्की ने उत्तरी सीरिया के कई इलाकों में डेरा जमाए बैठे आईएस के ठिकानों पर जमीनी और हवाई कार्रवाई की। इसमें कई लड़ाकों के मारे जाने की खबर है।
तुर्की की सेना ने एक बयान जारीकर कहा है कि पिछले 24 घंटों के दौरान उसकी सेना ने उत्तरी सीरिया में आईएस के 71 ठिकानों को निशाना बनाया। मिली जानकारी के मुताबिक इस संघर्ष में आईएस के कई लड़ाके मारे गए।
सेना के ऑपरेशन में पांच आईएस लड़ाके मारे गए जबकि तुर्की के एक सैन्य अफसर की भी मौत हो गई। इसके साथ ही तुर्की ने आईएस ठिकानों पर हवाई हमले भी किए जिसमें कम से कम आठ लड़ाके ढेर हो गए।
इस बीच, इराक में आईएस का नामो निशान मिटाने के अभियान के तहत शनिवार को इराकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने मोसुल के दक्षिण में हम्मम अल-अलील शहर पर हमला बोला। जमीन पर आगे बढ़ रही इराकी सेना को वायुसेना हवाई कवर दे रही है।
इराक की संयुक्त सैन्य कमान की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इराकी सेना तीन ओर से हम्मम अल अलील की ओर बढ़ना शुरू किया। खबर लिखे जाने तक सेना शहर के बाहर स्थित कृषि विद्यालय तक पहुंच चुकी थी।
इधर, संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि उसे इस तरह की जानकारी मिली है कि जैसे ही इराकी सेना ने आईएस के खिलाफ ताजा सैन्य अभियान शुरू किया, इस आतंकवादी संगठन ने शहर के लोगों से कहा कि वे 9 और इससे अधिक उम्र के लड़कों को उसके हवाले कर दें।
जिनेवा में संवाददाताओं से बातचीत में यूएनएचसीआर की प्रवक्ता रवीना शमदसानी ने कहा कि लड़कों को संभवतः लड़ाई में आईएस की ओर से मोर्चा थामने को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि आईएस मुखिया बगदादी ने हाल ही में कथित तौर पर एक ऑडियो संदेश जारीकर आईएस लड़ाकों में यह कहते हुए जोश भरने की कोशिश की कि वे पीछे नहीं हटें क्योंकि इस कथित जेहाद में जीत उन्हीं की होगी।
हालांकि इसके एक दिन बाद ही इस तरह की खबर आई कि बगदादी संभवतः पहले ही जान बचाकर मोसुल से भाग चुका है।