पिण्डवाड़ा। उम्र बढऩे पर दोस्ती की क्या अहमियत रहती यह नहीं कह सकते, लेकिन उंद्रा के छोटे बच्चों ने दोस्त को बचाने के लिए जो कर दिया उससे यह तो कहा जा सकता है कि वाकई हर रिश्ते की अहमियत यही उम्र समझती है, चाहे उसमें जान भी क्यों न चली जाए।
यहां एक दोस्त को बचाने के लिए तैरना नहीं आने पर भी उसके दोस्त ने नाडी में छलांग लगा दी दोनों डूबने लगे तो बाहर खड़े दोस्तों ने इन्हें बचाने के लिए हर तरकीब लगाई, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया और दोनों दोस्त डूब गए। घटना उंदा के निकट तिरकी नाड़ी की है जहां बेर तोडऩे गए चार में से दो बच्चों की तिरकी नाड़ी में डूबने से मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार उंदरा निवासी शौकत (11) पुत्र ईशु खान, रूकमान (11) पुत्र हाकिम खान, इरफान (11) पुत्र नाजीर खान व साजिद उर्फ मौकिया (12) पुत्र सिकन्दर खान गांव के समीप मां काली मंदिर के पास स्थित तिरकी नाडी पर बेर खाने के लिए गए थे। बेर खाते-खाते चारों दोस्त पास में बनी नाडी के निकट चट्टान पर बैठकर नहाने लगे। इस दौरान शौकत का पांव फिसल गया एवं वो नाडी में गिरकर डूबने लगा।
यह देखकर उसके दोस्त साजिद ने उसे बचाने के लिए नाड़ी में छलांग लगा दी। जबकि उसे भी तैरना नहीं आता था। ऐसे में दोनों ही डूबने लगे तो बाहर बैठे रूकमान व इरफान ने इन्हें बचाने के लिए भरसक प्रयास किए। उन्हें भी तैरना नहीं आता था, इसलिए उन्होंने वहां पड़े पुराने कपड़ों को आपस में बांध कर रस्सी का रूप देकर उसका एक सिरा बबूल के पेड़ से बांध दूसरा सिरा पानी में फेंका दिया। इसके पकड़कर शौकत और साजिद बाहर आने की कोशिश करने लगे, लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था। यह रस्सी टूट गई और दोस्तों के प्रयास के बावजूद दोनों डूब गए।
बाहर खड़े दोनों दोस्तों ने तत्काल गांव जाकर इसकी जानकारी परिजनों को दी। इस पर परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे एवं दोनों को बाहर निकाला लेकिन, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक तेजसिंह राठौड़, थानाधिकारी किशनसिंह, एसआई सरिता विश्नोई, हैड कांस्टेबल हीरसिंह, कांस्टेबल मोमराज, आदि मौके पर पहुंचे एवं घटना की जानकारी लेकर घटना स्थल का मुआयना किया।
इस बीच साजिद के दादा फजूखान, शौकत के दादा अमरू खान, सरपंच हेमाराम भील, आरआई थानाराम देवासी, ग्राम सेवक दानाराम भाटी, सहायक सचिव, ईश्वरङ्क्षसह, प्रेमसिंह राणावत आदि भी मौके पर पहुंच गए। मृतक साजिद के दादा फजूखां पुत्र ताजु खान मोयला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। परिजनों की मांग पर दोंनों बच्चों को मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया।