मंदसौर। मंदसौर जिले के गिरोठ में सोमवार को देर शाम एक मकान में जोरदार विस्फोट के साथ दिवार गिर गर्ई। आग लगने और दिवार गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई तथा सात लोग बुरी तरह झुलस गए।
घायलों को उपचार के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया। इस हादसे की वजह घर में गैस रिफलिंग करना बताया गया है।
जानकारी के अनुसार शामगढ़ रोड़ पर पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष कालूराम पाटीदार के मकान में कई लोग किराए से रहते हैं। यहां पर सोमवार शाम नरेंद्र गुर्जर के परिवार के सात सदस्य घर पर ही थे।
वे कुछ समझ पाते इसके पहले ही एक धमाके के साथ दीवारें गिर गई। हादसे में मारी गई चार साल की गुनगुन लगभग आधे घंटे तक मौत से संघर्ष करती रही। सबसे आखिरी में उसे ही मलबे से निकाला गया।
विस्फोट के कुछ समय तक तो लोगों को कुछ समझ ही नहीं आया। इसके बाद पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। युवाओं ने शासकीय मदद आने से पहले अपने स्तर पर बचाव कार्य शुरू भी कर दिया था।
सभी को निकालकर गरोठ अस्पताल लाया गया। सूचना मिलने पर एसडीम प्रकाश नायक, एसडीओपी अशोक उपाध्याय सहित पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। आसपास की लोगों की मदद से मलबे से लोगों को बाहर निकाला गया।
नरेंद्र गुर्जर मूलरूप से ग्राम पुन्याखेड़ी का रहने वाला है। वह यहां किराये के मकान में रह रहा था। घटना में नरेंद्र की चार साल की बेटी गुनगुन की मौत हो गई तथा सात साल की चांदनी की भी मौत हो गई।
इस हादसे में खुद नरेंद्र (35), पत्नी बबली (26), बहन मंजू, भांजा शुभम (5), भांजी गुडिया(6 माह) घायल हो गए। इसके अलावा लक्ष्य पिता छोटू पाटीदार और लक्ष्मण पिता कमलसिंह पाटीदार भी घटना में घायल हुए हैं।
झुलसी और घायल अवस्था में एमवाय अस्पताल लाया गया जहां कुछ की हालत चिंताजनक बताई गई है। पुलिस ने बताया कि नरेंद्र गुर्जर के घर के मलबे से दो घरेलू गैस टंकियां भी मिली हैं।
इससे गैस को रिफलिंग करने का शक भी हो रहा है। पुलिस अभी नरेंद्र व उनके परिजनों के ठीक होने पर पूछताछ करेगी। उसके बाद ही घटना के असली कारणों का पता चल पाएगा।