ग्वालियर। ग्वालियर शहर की सड़कों पर सोमवार को बोरे में बंद दो महिलाओं व दो बच्चियों की लाश मिली है। लाशें जीवाजीगंज की लड्डू वाली गली और एबी रोड पर निर्माणाधीन इमारत के पास मिली हैं। एक महिला के पास से फोटो मिला है।
पुलिस को आशंका है कि मृतक एक ही परिवार से हैं। सोमवार सुबह-सुबह पुलिस ने शहर में अलग अलग ठिकानों से चार लाशें उठाई। जीवाजीगंज स्थित लड्डू वाली गली से पुलिस के पास कॉल आया कि यहां बोरे में महिला की लाश पड़ी है।
मौके पर पुलिस पहुंची तो मृतक महिला काली साड़ी और लाल ब्लाउज पहने हुए थी। उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी। इसके बाद पुलिस को एक और सूचना मिली कि एबी रोड पर स्थित निर्माणाधीन इमारत के बाहर भी एक और महिला की लाश बोरे में बंद पड़ी है। इसके बाद थोड़ा ही आगे रेलवे क्रॉसिंग के पास ही पुलिस को एक बोरे में दो बच्चियों के शव मिले।
इस बीच पड़ताल में पुलिस को आर आर टॉवर के पास महिला की लाश के किनारे एक फोटो मिला। इसमें लड्डूवाली गली में मिली महिला व बच्चियों की लाशों से फोटो का लगभग मिलान हो रहा है। पुलिस ने फिलहाल लाशों को डैड हाउस में रखवा कर लाशों की शिनाख्ती के प्रयास तेज कर दिए है।
साइकिल सवार ने देखा शव
सबसे पहले लाश पड़ी होने की सूचना पुलिस को लड्डू वाली गली जीवाजीगंज से मिली। सुबह 6.30 बजें वही रहने वाला रामनरेश साइकिल से अपने काम से जा रहा था। इसी दौरान गली में पड़े बोरे पर उसकी साइकिल चढ़ते-चढ़ते बची। जब उसको आशंका हुई तो पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौके पर आकर बोरा खोला तो अंदर लाश निकली।
महिलाओं को पहले पीटा, फिर की हत्या
शुरुआती जांच में पुलिस को मालूम हुआ है कि दोनों महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की गई है। बोरे में बंद महिलाओं के शवों के हाथ-पांव टूटे हुए हैं और सूजे से भी शरीर को गोदकर बेरहमी से हत्या की गई है। एक महिला के हाथ पर ईश्वरी देवी, जबकि एक बच्ची के हाथ पर एम गुदा हुआ है।
हत्या करके शवों को कार से फेंका
इन शवों को देखने से यह मालूम हो रहा है कि महिलाएं और लड़कियां मध्यवर्गीय परिवार से जुड़े हैं। इसके अलावा यह संभावना भी है कि हत्या करके शवों को एक कार या किसी लोडिंग वाहन में एकत्र किया गया और फिर उन्हें अलग-अलग स्थानों पर डाल दिया गया।
ऐसा लगा जैसे बदला लिया गया हो
एडिशनल एसपी कौशल के मुताबिक जिस बेरहमी से बच्चों और महिलाओं की हत्या की गई है, उससे यही लग रहा है कि आरोपी इन सभी लोगों से बेहद घृणा करता था और इसी के चलते हत्या करने से पहले बेरहमी से पिटाई की और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या कैसे की, इसका अंतिम रूप से पता पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर ही चलेगा।
हत्या में हो सकते हैं एक से ज्यादा लोग शामिल
शहर को हिलाने वाले इस हत्या के मामले में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस के मुताबिक हत्या करने वाला मानसिक रोगी भी हो सकता है। जिन स्थानों पर शव मिले हैं, वह एक रूट वाला है और हत्या करने वाले बोरों में लाशें भरीं और रास्ते भर फेंकी और वह हाईवे से होते हुए शहर के बाहर चला गया होगा।
एक ही परिवार के चारों मृतक
पुलिस को आशंका है कि मारे गए चारों एक ही परिवार के हो सकते हैं। चारों को एक ही अंदाज में बोरे में बंद करके फैंका गया है। इसके साथ ही लड्डू वाली गली में महिला व रेलवे क्रॉसिंग पर मिली बच्चियों की लाशें एक ही परिवार की लग रही हैं। फोटो में भी इनका मिलान हो रहा है।
हत्यारा परिवार का ही हो सकता है
वारदात के तरीके को देखकर पुलिस को आशंका है कि मृतक के परिवार में ही हत्यारा हो सकता है। संभवत इन चारों की हत्या संपत्ति संबंधी विवाद के चलते हो सकता है। पुलिस बच्चियों के पिता की तलाश कर रही है।
राशन के बोरो में डाली लाशें
लाश को फैंकने के लिए हत्यारों ने राशन के बोरो का इस्तेमाल किया है। पुलिस ने बोरो को बारीकी से देखा तो वह सरकारी राशन की पैकिंग में इलस्तेमाल होने वाले निकले। पुलिस इसकों भी जांच में शामिल कर आगे बढ़ रही है।
बल्ली से तोड़ी हड्डियां
लाशों को देखने के बाद आशंका है कि चारों को बल्ली से मारा है। मरने वाले मजदूर वर्ग के लग रहे है। आशंका है कि हत्यारे ने छत निर्माण में लगने वाली मोटी लकड़ी की बल्ली से मारा है। इसके चलते ही हड्डियां टूटी है।
सीसीटीवी फुटेज से तलाश
पुलिस लाश फेंकने वाले व्यक्ति व वाहन की सरगर्मी से तलाश कर रही है। इसके लिए पुलिस उन तीनों स्पॉट पर जाकर पड़ताल कर रही है जहां लाशें मिली है। पुलिस का मकसद इन तीनों स्पॉट पर सीसीटीवी कैमरे देखना है। पुलिस इन इलाकों में कैमरे खंगाल रही है। यदि यहां कैमरे मिले तो पुलिस हत्यारों तक पहुंचने में सफलता पा लेगी।
अवैध संबंध और संपत्ति विवाद की आशंका
पुलिस को यह भी आशंका है कि ये मर्डर अवैध संबंध से लेकर संपत्ति विवाद को लेकर भी हो सकते हैं। जांच का एंगल भी पुलिस ने यही रखा है। एक पुलिस अफसर ने यह भी बताया कि शव के पास जो परिवारिक फोटो मिला है, उससे शवों का मिलान किया जा रहा है। लेकिन यह भी हो सकता है कि यह फोटो पुलिस को भटकाने के लिए छोड़ा हो।
आसपास के जिलों में सूचना
पुलिस को आशंका है कि मरने वाले आसपास के जिलों के हो सकते है। ऐसे में सभी नजदीकी जिलों के पुलिस मुख्यालयों में मृतकों का हुलिया नोट करा दिया गया है। साथ ही अन्य जिलों में हुई गुमशुदगी के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस थानावार गुमशुदा लोगो की जानकारी जुटा रही है।
ग्रामीण इलाके के हो सकते है मरने वाले
मृतकों के हुलिए देखने के बाद पुलिस इस नतीजे पर आई है कि मरने वाले शहरी नही है। आशंका है कि महिला व बच्चियां आसपास के ग्रामीण इलाकों से हो सकती है। इनके कपड़े व हुलिया देखकर पुलिस को यही आशंका है। मरने वालों के शरीर पर बिछिया व कान के झुमके भी यथावत है। इससे साफ है कि हत्या किसी और वजह से हुई है। मकसद लूटपाट नहीं था।
हाथ पर गोदना से उम्मीद
पुलिस ने चारों शवों की बारीकी से पड़ताल की है। इनमें वृद्ध महिला के हाथ पर ईश्वरी देवी गोस्वामी गोदना लिखा मिला है। इसके साथ ही एक बच्ची के हाथ पर इंग्लिश का एम लिखा है। पुलिस वृद्ध के नाम से उसकी तलाश की कोशिश कर रही है।
फोटो से गुमराह करने की कोशिश?
पुलिस को मृतक महिला के पास मिले फोटो को देखने के बाद आशंका है कि यह गुमराह करने भी हत्यारे डाल सकते है। जब हत्यारों ने इतनी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया है तो वह फोटो छोड़ने की गलती कभी नही करेगें। इसके बाद भी पुलिस फोटो में दिखाई दे रही महिला व बच्चों की पहचान की कोशिश कर रही है।
दस साल पहले नाले में मिले थे चार शव
एक ऐसा मामला दस साल पहले भी सामने आया था। इसमें गेंडे वाली सड़क के पास से निकलने वाले नाले में 4 कटी हुई लाशें मिली थीं। इसका पता आज तक नहीं चल पाया। तीन साल पहले भी घाटीगांव इलाके में दो महिलाओं के अधजले शव मिले थे। इसकी भी शिनाख्त नहीं हो पाई। फिलहाल ये सभी मामले पुलिस के लिए चुनौती ही साबित हुए हैं।
आपका कहना है
जीवाजीगंज व बहोड़ापुर इलाके में चार लाशें मिली हैं। चारों की पहले हत्या की गई है। इसके बाद लाशों को अलग अलग जगह पर फैंका गया है। मृतकों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे है। संभवत: महिलाएं व बच्चियां एक ही परविार के हैं।
दिनेश कौशल, एएसपी शहर