विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में बोरवेल में गिरे दो वर्षीय बच्चे को 11 घंटे तक चले बचाव अभियान के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि इस्तेमाल में न आने वाले बोरवेल में चंद्रशेखर मंगलवार शाम पांच बजे गिर गया था। बचावकर्मियों ने उसे बुधवार तड़के तीन बजे सुरक्षित निकाल लिया।
बच्चा 15 फीट की गहराई में फंसा हुआ था। उसके हाथ पर मामूली खरोंच आई है। प्राथमिक चिकित्सा के बाद मेडिकल टीम ने उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया। चिकित्सकों के मुताबिक, बच्चा अच्छी हालत में है।
बच्चे के माता-पिता मल्लिकार्जुन राव और अनुषा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। अनुषा ने कहा कि भगवान ने मेरे बच्चे को बचा लिया।
बच्चा विनुकोंडा मंडल के उम्मदिवरम गांव के एक खेत में गड्ढे के पास खेलते समय फिसलकर एक खुले बोरवेल में गिर गया था। बचाव अभियान में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस और अन्य बचावकर्मी लगे थे।
बच्चे को सांस लेने में दिक्कत न हो, इसलिए बचावकर्मियों ने गड्ढे में ऑक्सीजन ट्यूब डाला और वह कितनी गहराई पर फंसा है, इसका पता लगाने के लिए कैमरे का इस्तेमाल किया।
बचावकर्मियों ने बोरवेल के समानांतर एक 30 फीट का गड्ढा खोदा। बच्चे की स्थिति का पता लगने के बाद उन्होंने 22 फीट की गहराई पर एक होल किया और बच्चे को बाहर खींच लिया। बचाव अभियान पर नजर बनाए रखने वाले कृषि मंत्री पी. पुल्ला राव ने इसे ‘चमत्कार’ बताया।