नई दिल्ली। बेंगलूरू में उबर कैब चालक द्वारा एक महिला के साथ छेड़खानी किए जाने के मामले की निंदा करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व सदस्य शमीना शफीक ने गुरूवार को कहा कि ड्राइवरों की भर्ती करते समय टैक्सी कंपनियों को अत्याधिक सावधान रहना चाहिए।
शफीक ने कहा कि अपनी महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उबर जैसे ब्रांडों को प्रभावी कदम उठाने चाहिए। यह पूरी तरह से विचित्र और चौंकाने वाला है कि एक महिला यात्री के कार में बैठे होने के बावजूद टैक्सी ड्राइवर मैस्टबेशन करने लगा।
मुझे समझ नही आता कि उबर कंपनी जैसी अपने चालकों की काउंसलिंग की व्यवस्था क्यों नहीं करती है। क्योंकि इस प्रकार की घटनाएं लगातार घट रही हैं, जिसका जवाब कंपनी को देना चाहिए।
उन्होने कहा कि भारत में कई ऐसी महिला यात्री है जो यात्रा के लिए टैक्सी का प्रयोग करती हैं। अगर टैक्सी ड्राइवर इस प्रकार से ही महिलाओं के साथ व्यवहार करते रहेंगे तो भगवार जाने महिला यात्रियों का क्या होगा।
ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए शफीक ने कहा कि कंपनी को इन मामलों को गंभीरता के साथ लेना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
बेंगलुर में उबर कैब ड्राइवर पर एक महिला के साथ छेड़खानी का आरोप है। उबर कैब के एक ड्राइवर पर महिला ग्राहक ने लगातार घूरने, जबरदस्ती छूने और मैस्टबेशन करने का आरोप लगाया है।