उदयपुर। उदयपुर जिले के ओगणा थाना क्षेत्र में जेठ के साथ पत्नी के अवैध संबंधों का खुलासा होने पर छोटे भाई की हत्या कर तीन टुकड़ों में शव को काट कर पहले जमीन में गाड़ा और फिर कुएं में फैंक दिया।
इस मामले में गिरफ्तार जेठ व मृतक की पत्नी को अदालत में पेश किया जहां जेठ को पुलिस रिमांड पर रखने के आदेश दिए जबकि आरोपी महिला को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
ओगणा थानाधिकारी सुंदर सिंह ने बताया कि मादड़ा गांव में रहने वाले मनोहर सिंह पुत्र रतन सिंह दरोगा की 7 अगस्त की रात्रि को उसकी पत्नी सूर्या दरोगा और बड़े भाई मादड़ा निवासी नवल सिंह पुत्र रतन सिंह दरोगा से अवैध संबंधों का खुलासा हुआ तो पहले उसने पत्नी से झगड़ा किया और कहा कि भाई के साथ घर छोड़ कर भाग जा। शराब के नशे में होने के कारण वह सो गया, इस पर नवल सिंह ने अपने छोटे भाई की गला घोंट कर हत्या कर दी और उसकी पत्नी सूर्या ने उसके पांव कस कर पकड़ लिए थे।
दम तोडऩे के बाद नवल सिंह भाई के शव को घर के पिछवाड़े बिलानाम जमीन में ले गया जहां कुल्हाड़ी से सबसे पहले गर्दन को धड़ से अलग किया, उसके बाद धड़ को पांव से अलग कर तीन टुकड़ों में काट दिया और उसी जमीन में दफना दिया। उसे डर लगने लगा कि कहीं किसी को पता लग जाएगा तो फंस जाएंगे तो उसने डेढ़ महिने बाद शव को जमीन में से निकाला और दांग रोड़ पर सरकारी कुई में फैंक दिया।
इस दौरान जेठ व मृतक की पत्नी से परिवार वाले भाई मनोहर सिंह के बारे में बराबर पूछते तो यही कहते कि वह मुंबई गया है और दिवाली पर लौटेगा। दिवाली आने पर भी भाई के नहीं आने पर बड़े भाई मादड़ा निवासी कालू सिंह दरोगा ने इससे फिर पूछा तो उसने कोई जानकारी नहीं दी। परिवार वालों को भी शंका हो गई कि सूर्या व नवल के बीच अवैध संबंध है। नवल की पत्नी 13 साल पहले मर गई थी और चार साल से इनके अवैध संबंध स्थापित हो गए। इस पर भाई कालू सिंह ने पुलिस को सूचना दी।
थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी नवल सिंह दरोगा ने थाने पर आकर सूचना दी कि उसके भाई मनोहर सिंह ने आत्महत्या कर ली है और उसकी लाश दांग रोड़ पर कुई में पड़ी हुई है। इस पर पुलिस को साथ लेकर वहां गया और खुद ने ही अपने छोटे भाई के तीन टुकड़ों में अवशेष कंकाल के रूप में निकाले। परिजनों ने इस पर हत्या की आशंका जताई। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
आरोपी की निशानदेही से मृतक का मोबाइल और वारदात में उपयोग में ली कुल्हाड़ी बरामद कर ली। आज दोनों को अदालत में पेश किया जहां नवल सिंह को 16 नवम्बर तक पुलिस रिमांड पर रखने के आदेश दिए। रिमांड अवधि के दौरान खून से सने कपड़े, मौका एवं घटनास्थल की तस्दीक की जाएगी, जबकि आरोपी सूर्या दरोगा से जांच पूर्ण हो जाने पर अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।