उदयपुर। प्रदेश के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया आजकल अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। कानोड़ थाना क्षेत्र के कसोटिया गांव की घटना को लेकर कटारिया ने कहा कि जंगल में गांव होने के चलते उन्हें घटना का पता नहीं चला। जैसे ही पुलिस को घटना की जानकारी मिली तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी ही नहीं की गई, बल्कि संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई भी की गई।
उल्लेेखनीय है कि कसोटिया गांव में पिछले सप्ताह ग्रामीणों ने एक प्रेमी युगल को निर्वस्त्र कर बांधा तथा उनके साथ मारपीट की गई। मोबाइल से तैयार वीडियो के वायरल होने पर घटना के एक सप्ताह बाद इसकी जानकारी पुलिस को लगी थी। इधर, मामले में गिरफ्तार चौदह आरोपियों में से 11 को अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है, वहीं तीन महिलाओं को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
दूसरी ओर, इस मामले में कांग्रेस सहित अन्य संगठनों ने भाजपा सरकार पर तत्काल कार्रवई नहीं करने और कानून व्यवस्था बिगडऩे का आरोप लगाया। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया का शनिवार को बयान सामने आया है। गुलाबबाग में स्मार्ट सिटी में ओपन जिम्नेजियम के उद्घाटन करने के लिए गए कटारिया ने कहा कि जैसे ही पुलिस को पता चला तो पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार कर पीडि़ता को राहत दी।
कटारिया ने कहा कि घटना जंगल स्थित गांव में घटित हुई थी। इसी कारण पुलिस को पता नहीं चला था। पुलिस को पता चलते ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कटारिया ने कहा कि जिन लोगों ने यह घटना की है उनकी विकृत मानसिकता है। सामाजिक बहिष्कार के और भी तरीके हैं। कटारिया ने स्पष्ट शब्दों में पुलिस की आलोचना करने वालों से कहा कि पुलिस ने अपना काम समय पर किया और जो दोषी थे, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा चुकी है।
जबकि उक्त मामले में गिरफ्तार किए 14 आरोपियों में शामिल पीडि़ता के पति भंवरलाल पुत्र नारू मीणा, प्रभुलाल पुत्र कन्हैयालाल मीणा, वगतराम पुत्र पेमा मीणा, रामा पुत्र गौतम मीणा, फतेहलाल पुत्र रामा मीणा, नवला पुत्र वरदा मीणा, प्रकाश पुत्र हरिराम मीणा, नानू पुत्र पद्मा मीणा, हरिराम पुत्र भैरा मीणा, उदयलाल पुत्र भगवानलाल मीणा, भगली पत्नी नारू मीणा, कमली पत्नी सुरेश मीणा, वरदी बाई पत्नी लोगर मीणा सभी निवासी कसोटिया और भमरू पुत्र भगतजी मीणा निवासी रोहिण आकोला कानोड़ को न्यायालय में पेश किया जहां से वरदी बाई, कमली बाई और भगली बाई को जेल भेज दिया है। शेष 11 आरोपियों को दो दिन के रिमाण्ड पर प्राप्त किया है।
पुलिस की दबिश जारी
डिप्टी वल्लभनगर घनश्याम शर्मा के नेतृत्व में उक्त मामले में फरार चल रहे शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शनिवार को सुबह से फिर से गांव में दबिश दी। घरों में बुजुर्ग महिलाएं और बच्चे ही हैं। जो कुछ भी बताने से मना कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो जाएगी।
मोबाइल से फोटो वायरल करने वालों की भी तलाश
पुलिस इस मामले में मोबाइल से फोटो वायरल करने वालों की तलाश कर रही है। पुलिस उनके खिलाफ आईटी एक्ट में प्रकरण दर्ज करेगी और मोबाइल बरामद करेगी। पुलिस इस मामले में उस वाहन की भी तलाश कर रही है, जिसमें विवाहिता और उसके प्रेमी को लेकर आए थे।
उल्लेखनीय है कि कानोड़ थाना क्षेत्र के कसोटिया निवासी शांता पत्नी भंवरलाल मीणा ने 10 दिन पहले टेकण लसाडिया निवासी लालूराम पुत्र रोड़ा मीणा से नाता कर लिया था। विवाहिता का पति भंवरलाल अपने गांव के ग्रामीणों के साथ टेकण गांव गया और शांता और इसके प्रेमी लालूराम को उठाकर ले आया।
गांव में लाने पर ग्रामीणों ने दोनों के कपड़े उतारकर निर्वस्त्र कर एक-दूसरे से बांधा और मारपीट की। मामला वायरल होने के बाद पुलिस की जानकारी में आया और पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दबिश दी। जिसमें पुलिस ने जंगलों से विवाहिता शांता को बरामद कर लिया और इसके पति भंवरलाल सहित 14 को गिरफ्तार कर लिया था।