रायपुर। सुंदरनगर के इंद्राणी और वीके दास हत्याकांड में कत्ल वाली रात का सच धीरे-धीरे सामने आ रहा है। पुलिस ने उस मजदूर को खोज निकाला है, जिसने उदयन के कहने पर उसी के गार्डन में गड्ढा खोदा था। मजदूर को उसने 11 सौ और एक बीयर की बोतल दी थी।
लालच में आकर उसने रातों रात खोदा। मजदूर के जाने के बाद उदयन ने उसी में अपने माता-पिता को दफन कर दिया। पुलिस ने राजनांदगांव निवासी केवट टोला के मनोज यादव का बयान दर्ज किया है।
मनोज ने पुलिस को बताया कि 2011 में उदयन ने ही उसे एक ही रात में घर के अंदर गड्ढा खोदने को कहा था। उसकी उदयन से सीधे कोई पहचान नहीं है। मनोज का भाई सुंदरनगर में ही उदयन के मकान के बगल में चौकीदारी करता था।
उसके माध्यम से ही उदयन ने उसे घर में सेप्टिक टैंक बनवाने के लिए गड्ढा खोदने को कहा था। उदयन से मनोज को तीन फीट गहराई का गड्ढा खोदने के लिए 11 सौ रुपए और एक बीयर दी थी। रात में ही उसने गड्ढा खोदा और चला गया।
पुलिस ने उदयन दास की मां इंद्राणी का डेथ सर्टिफिकेट बनाने वाले डॉक्टर की हिस्ट्री भी चेक करवा ली है। उदयन और उसके बीच का लिंक भी पता लगा लिया गया है।
जिस डॉक्टर के नाम से उसकी मां का डेथ सर्टिफिकेट जारी हुआ, वह उदयन के रायपुर में रहने वाले एक दोस्त का जूनियर है। पुलिस ने उसे इटारसी से बुलाकर बयान लेने के साथ उसकी हैंडराइटिंग का नमूना भी ले लिया है।