उज्जैन। दशहरा मैदान कॉलोनी में रहने वाले एक दंपत्ति ने आत्महत्या के इरादे से फांसी लगा ली। लेकिन जब सफल नहीं हो सके तो दोनों ने अपने हाथों की नस काट ली।
कई घंटे बीत जाने के बाद परिजनों को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस की सहायता से दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया जहां चिकित्सकों ने पति को मृत घोषित कर दिया। घटना गुरुवार सुबह की बताई जा रही है।
माधवनगर पुलिस ने बताया कि दशहरा मैदान निवासी जीपी मित्तल और उनकी पत्नी आशारानी ने आत्महत्या के इरादे से हाथ की नस काट ली। दोनों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया जहां परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने जीपी मित्तल को मृत घोषित कर दिया।
चिकित्सकों के अनुसार अधिक खून बह जाने के कारण मित्तल की मौत हुई है। जबकि आशारानी की हालत गंभीर देख रैफर कर दिया गया। शहर के निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। पुलिस ने घटना स्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें आत्महत्या करने के कारण दंपत्ति ने लिखे हैं। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में अधिक जानकारी देने से बच रही है।
दरवाजा बंद देख भाई ने पुत्री को बुलाया
माधवनगर थाना प्रभार महेन्द्र परमार ने बताया कि जीपी मित्तल पत्नी आशारानी के साथ दशहरा मैदान स्थित मकान में रहते हैं। मकान के एक हिस्से में उनके भाई राजेन्द्र मित्तल भी रहते हैं। एक दिन से अधिक बीत जाने के बावजूद जब जीपी मित्तल के घर का दरवाजा नहीं खुला तो उन्हें शंका हुई और उन्होंने इंदौर निवासी पुत्री रुचि धानुका को फोन लगाकर बुलाया।
इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना देकर घटना स्थल पर बुलाया। पुलिस की मौजूदगी में मकान का ताला तोड़ा गया। जैसे ही दरवाजा खुला तो सबके होश उड़ गए। दोनों पति-पत्नी घायल अवस्था में खून से लथपथ पड़े हुए थे। परमार के अनुसार कमरे में फंदा भी बंधा हुआ था जिससे यह लग रहा था कि नस काटने से पहले दंपत्ति ने फांसी लगाने का प्रयास किया होगा।
संपत्ति विवाद हो सकता है कारण
सीएसपी विजय डाबर ने बताया कि जीपी मित्तल की फ्रीगंज में आसरा इंटरप्राइजेस नाम से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की दुकान थी। जिसे उन्होंने बेच दिया था। इसके बाद वे विद्युत वितरण कंपनी में सप्लायर का काम करने लगे थे। परिवार में दंपत्ति के अलावा पुत्री रुचि जिसका विवाह इंदौर में हुआ था, जबकि पुत्र रजत मित्तल बैंगलोर में नौकरी करता है। डाबर के अनुसार सुसाइड नोट में कुछ लोगों से संपत्ति विवाद का जिक्र किया गया है। लिखावट की जांच विशेषज्ञों से कराई जा रही है। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।