लंदन। पनामा पेपर्स लीक मामले में ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने आखिरकार यह स्वीकार कर ही लिया कि उनके दिवंगत पिता द्वारा पनामा में लगाई गई अपतटीय कंपनी के शेयरों से उन्होंने फायदा कमाया था।
हालांकि उन्होंने स्वकार किया कि 2010 में प्रधानमंत्री बनने से महीनों पहले उन्होंने कंपनी में अपना हिस्सा बेच दिया था। कैमरन इस मामले को लेकर मीडिया और विरोधियों के निशाने पर हैं। इससे पहले उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया था।
लीक हुए दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि प्रधानमंत्री कैमरन के पिता इयान कैमरन ब्लेयरमोर होल्डिंग नाम से कंपनी चलाते थे। इयान कैमरन का वर्ष 2010 में निधन हो गया था।
प्रधानमंत्री कैमरन ने आईटीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में यह स्वीकार कर लिया कि उनके पिता द्वारा दूसरे देश में स्थापित कोष में उनकी 30000 पौंड की हिस्सेदारी थी।
उन्होंने प्रधानमंत्री बनने से चार महीने पहले 2010 में अपना हिस्सा बहामा के ट्रस्ट को बेच दिया था। क्योंकि अगर मैं प्रधानमंत्री बनने जा रहा हूं तो मैं नहीं चाहता था कि कोई कह सके कि तुम्हारे अन्य अजेंडे हैं, निहित स्वार्थ हैं।
इंटरव्यू के दौरान कैमरन ने कहा कि हम लोगों के पास ब्लेयरमोर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट में 5,000 यूनिट्स थीं। कैमरन ने कहा कि मैंने इन यूनिट्स से मिले लाभांश पर इनकम टैक्स दिया है।
हमें इसमें फायदा हुआ है लेकिन यह पूंजीगत लाभ कर भत्ता से कम है इसलिए हमने कैपिटल गेन टैक्स नहीं भरा। स्काई न्यूज ने ट्वीट कर बताया है कि कैमरन जल्द ही अपने टैक्स रिटर्न को सार्वजनिक करेंगे।