गुवाहाटी। एक ओर पूरा देश गुरुवार को गणतंत्र दिवस की 68वीं वर्षगांठ मनाने में मशगूल था, ऐसे में ऊपरी असम के कुल सात स्थानों पर उल्फा (स्वाधीन) ने बम विस्फोट कर दहशत फैलाने की कोशिश की। हालांकि इन बम विस्फोटों में कोई हताहत नहीं हुआ है।
प्रतिबंधित आतंकी संगठन उल्फा (स्व) समेत पूर्वोत्तर के सात आतंकी संगठनों ने पहले ही गणतंत्र दिवस के बहिष्कार की चेतावनी जारी की थी। उल्लेखनीय सभी विस्फोट खाली स्थानों पर किए गए, जिससे यह साफ हो जाता है कि उल्फा (स्व) राष्ट्रीय समारोहों के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए विस्फोटों का सहारा लेता है।
जानकारी के अनुसार सुबह जब सभी देशवाशी गणतंत्र दिवस मनाने में मशगूल थे तो उल्फा (स्व) ने सिलसिलेवार कुल सात बम विस्फोट किए। पहली घटना ऊपरी असम के चराईदेव जिले के दो स्थानों पर घटी। जिसमें एक बम पानीजान पेट्रोल पंप के पास तथा दूसरा लेंगीबर में सड़क किनारे होना बताया गया है। दोनों विस्फोटों कोई हताहत नहीं हुआ है।
इसी तरह चराईदेव के बाद नाजिरा के बिहुबर में दो बम विस्फोट हुए। पहली विस्फोट एक पेट्रोल पंप के पास तथा दूसरा विस्फोट सड़क किनारे हुआ। दोनों विस्फोट एक के बाद एक हुए। इसी तरह नाजिरा के बाद पुनः चराईदेव जिले के लेंगीबर स्थित 22 नंबर चाय बागान के इलाके में हुआ।
चराईदेव व नाजिरा के बाद डिब्रूगढ़ जिला शहर के कनवाय रोड के किनारे एक बम विस्फोट हुआ। यहां पर विस्फोट राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के समय हुआ। डिब्रूगढ़ में विस्फोट के बाद तुरंत बाद तिनसुकिया जिले के धौला-सदिया पुल के समीप भी एक बम विस्फोट हुआ।
सातों बम विस्फोटों में किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है। सभी विस्फोट स्थलों की सेना व पुलिस के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष उल्फा राष्ट्रीय समारोहों का बहिष्कार बम विस्फोट के जरिए जहां अपनी शक्ति दिखाने की कोशिश करता है, वहीं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश भी करता है।
आतंकियों की मंशा को देखते हुए राज्य में सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही हाई अलर्ट पर हैं। ऐसे में भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर आतंकियों के प्रवेश को रोकने की पूरी कोशिश की गई है।
पुलिस के आलाधिकारियों ने कहा है कि आतंकियों के किसी भी मंसूबे को नाकाम करने में हम पूरी तरह से सक्षम हैं।