

मोसुल। इराकी शहर मोसुल में अमेरिका समर्थित गठबंधन सेना के हवाई हमले में कम से कम 200 आम नागरिकों के मारे जाने की जानकारी मिलने के बाद संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई है। यह जानकारी शनिवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिमी मोसुल शहर से इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए अमेरिकी लड़ाकू विमान इराकी सेना के अभियान का समर्थन कर रहे हैं। उधर अमेरिकी मीडिया ने कहा है कि घटना की जांच चल रही है।
दरअसल इस बात की सटीक जानकारी नहीं मिली है कि ये मौतें कब हुईं। हालांकि मोसुल के पड़ोसी शहर जदिदेह में संवाददाताओं ने कहा कि शुक्रवार को हमले में ध्वस्त मकानों के मलवे से 50 शव निकाले गए थे। ये हमले इस महीने के शुरू में हुए थे।
उधर, न्यूयॉर्क टाइम्स का मानना है कि ये मौतें 17 से 23 मार्च के बीच हुई थीं। विदित हो कि अईएस के अंतमि गढ़ मोसुल पर फिर से कब्जा करने के लिए इराकी सेना करीब एक महीने से जिहादियों से लड़ाई कर रही है। इस शहर पर साल 2014 से आईएस का कब्जा है।
शहर में 2 लाख लोग अब भी फंसे हुए हैं, जबकि 180,000 लोग लोग शहर से पलायन कर गए हैं। वहां से भागे लोगों का कहना है कि आतंकी आम नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
वे लोगों के घरों में छिपते हैं और युवकों को लड़ने के लिए मजबूर करते हैं। उधर, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि करीब 2000 लड़ाके अब भी मोसुल में सक्रिय हैं।