जयपुर। यूनेस्को की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल जैसलमेर के एतिहासिक सोनार दुर्ग के परकोटे की एक दीवार गुरूवार दोपहर बाद अचानक भरभरा कर गिर गई।
गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। हादसे के चलते एकबारगी प्रशासन में हड़कंप मच गया और तत्काल पुलिस ने मौके पर यातायात को रेक दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर करीब दो बजे एतिहासिक सोनार दुर्ग के परकोटे की एक दीवार ढिब्बापाड़ा इलाके की तरफ बनी पार्किंग के पास अचानक भरभरा कर ढहने लगी।
दीवार के मोटे-मोटे पत्थर और मिट्टी नीचे आने लगी। इससे वहां अफरा तफरी मच गई क्योंकि यह इलाका यातायात के नजरिए से काफी व्यस्त रहता है।
गौरतलब है कि इन दिनों सोनार दुर्ग के परकोटे की मरम्मत का काम चल रहा है और जिस क्षेत्र में दीवार गिरी वहां भी मजदूर काम कर रहे थे लेकिन दोपहर का समय होने के कारण खाना खाने निकल गए थे। इसी दौरान हादसा हो गया।
हादसे के फौरन बाद प्रशासन में हड़कम्प मच गया। तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके के यातायात को बंद करवाया गया। दीवार गिरने से दुर्ग में मकान बना कर रहने वालों में भी घबराहट फैल गई।
समाचार लिखे जाने तक भी दीवार के ढहने का क्रम जारी था। नजारा देखने बड़ी संख्या में शहरवासी यहां जमा हो गए और पुलिस उन्हें हटाने में जुटी रही।
उल्लेखनीय है कि सोनार दर्ग का निर्माण 1155 ईस्वी में हुआ था और यह दुर्ग यूनेस्कों की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है।
2009 में आए तेज भूकंप के बाद और दोषपूर्ण जल-मल निकासी व्यवस्था के चलते इस दुर्ग की दीवारें धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त हो रही हैं।