मुंबई। करण जौहर की कंपनी में बनी फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनियां में तम्मा.. तम्मा… का नया वर्शन भले ही म्यूजिक चार्ट में धूम मचा रहा है, वहीं परदे के पीछे इस गाने को लेकर कोई खुश नजर आ रहा है, तो कोई नाराज हो रहा है।
90 के दशक में बनी फिल्म थानेदार के इस गाने के रीमिक्स को लेकर जहां इसे कंपोज करने वाले संगीतकार बप्पी लहरी खुश हैं। हाल ही में एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें बप्पी लहरी इस गाने के रीमिक्स को लेकर खुश हैं और फिर ये गाना गाते नजर आते हैं।
ओरिजनल में भी बप्पी लहरी ने ही आवाज दी थी। इस गाने पर डांस करने वाली संजय दत्त और माधुरी दीक्षित की जोड़ी भी अपने गाने के इस नए वर्शन से खुश नजर आई। बद्रीनाथ की जोड़ी वरुण धवन और आलिया भट्ट पहले इस गाने को लेकर माधुरी के पास पहुंची, तो फिर संजय दत्त के पास पहुंची।
माधुरी ने वरुण और आलिया को डांस स्टेप भी करके दिखाए। इसका वीडियो भी जारी किया गया। संजय दत्त ने भी एक वीडियो में इस गाने पर खुशी जताई और वरुण-आलिया को गुड लक कहा। हाल ही में जब एक समारोह में गाना लांच किया, तो वहां न संजय दत्त थे, न माधुरी मौजूद थीं। बताया गया कि दोनों ने साथ आने से मना कर दिया।
थानेदार से ही उस दौर में संजय और माधुरी के बीच रोमांस शुरू हुआ था, जो खलनायक तक चला। खलनायक के रिलीज होने के पहले संजय दत्त मुंबई बम कांड में गिरफ्तार हो गए थे और इसके चलते ही माधुरी ने संजय के रिश्ते खत्म कर लिए थे।
संजय दत्त की जिंदगी पर राजकुमार हीरानी ने बायोपिक बनानी शुरू हुई, तो माधुरी इस बात को लेकर फिक्रमंद नजर आईं कि इस फिल्म में उनका जिक्र न हो। वैसे संजय का किरदार निभा रहे रणबीर कपूर के साथ सोनम कपूर की जोड़ी है। अभी ये कहना मुश्किल है कि क्या सोनम का किरदार माधुरी वाला होगा।
अब बात डांस डायरेक्टर सरोज खान की, जो इस गाने को लेकर सबसे ज्यादा गुस्से में नजर आ रही हैं। सरोज खान ने ही संजय और माधुरी को इस गाने पर नचाया था। वे इस बात को लेकर खफा हैं कि रीमिक्स को लेकर उनको अनदेखा किया गया।
सरोज खान को गुस्सा इस बात पर है कि गाने के स्टेप्स सीखने के लिए वरुण और आलिया की जोड़ी माधुरी के पास पंहुच गई, लेकिन उनको किसी ने याद नहीं किया। वे हताश होकर कहती हैं कि अब मैं बूढ़ी हो गई हूं, इसलिए अब मेरी किसी को जरुरत नहीं है। उन्होंने भी एक वीडियो जारी किया, जिसमें वे माधुरी को डांस स्टेप्स सीखा रही हैं।
सरोज खान कहती हैं कि मैं इसमें कुछ कर नहीं सकती, लेकिन दुख होता है, जब इस तरह का बर्ताव किया जाता है। सरोज के अलावा थानेदार का निर्देशन करने वाले राज सिप्पी भी खुश नहीं है, लेकिन उनके तेवर तल्ख नहीं हैं। वे कहते हैं कि अच्छा लगता है कि आज भी हमारे गाने को चुना गया, लेकिन अच्छा होता अगर हमसे एक बार बात कर ली जाती।