अशोकनगर। पश्चिम बंगाल में भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस पर कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर बडा हमला बोला। सिंह ने कहा कि यहां महिलाएं, लोग और यहां तक कि पुलिस वाले भी सुरक्षित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक तृणमूल कांग्रेस की सरकार कानून-व्यवस्था की स्थिति को नहीं सुधारती और सुशासन सुनिश्चित नहीं करती है तब तक व्यापार शिखर सम्मेलन करने से राज्य में निवेश नहीं आएगा।
उन्होंने उत्तरी 24 परगना जिले के अशोकनगर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि बदलाव लाने के तृणमूल कांग्रेस के नारे के बावजूद ‘मां, माटी, मानुष और पुलिस भी पश्चिम बंगाल में सुरक्षित नहीं है। तृणमूल कांग्रेस की सरकार राज्य में कोई बदलाव नहीं ला सकी।
मालदा में हुई हिंसा का उल्लेख करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इन आरोपों को खारिज किया कि यह बीएसएफ के अधिकारियों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प का नतीजा थी। उन्होंने कहा कि मालदा की घटना कोई छोटी घटना नहीं है।
मैं तृणमूल कांग्रेस की सरकार से कहना चाहता हूं कि मालदा मामले को सुलझाया जाना चाहिए। घटना में चाहे जो भी संलिप्त रहा हो उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कुछ गिरफ्तारियां हो जाने से मामला नहीं सुलझ सकता।
गृहमंत्री ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि मालदा हिंसा बीएसफ और स्थानीय लोगों के बीच झड़प का नतीजा थी। लेकिन यह सत्य नहीं है। क्या वे उन ताकतों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं जिन्होंने बीएसएफ अधिकारियों पर हमले किए? जिन लोगों ने बीएसएफ पर हमला किया क्या वे खुले घूम सकते हैं? यह वही बीएसएफ है जो भारत पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तानी बलों को करारा जवाब देती है।
गृह मंत्री ने आश्चर्य जताया कि उपद्रवियों ने कैसे थाने पर हमला करने और पुलिसकर्मियों को पीटने का साहस किया। उन्होंने कहा कि क्या पश्चिम बंगाल के लोग इस तरह की सरकार चाहते हैं?
तृणमूल की तीखी प्रतिक्रिया, कांग्रेस भी खफा
बीजेपी की जनसभा में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा राज्य सरकार की गई कड़ी आलोचना पर तृणमूल कांग्रेस के तरफ से तीखी प्रतिक्रया व्यक्त की गई हैं। राजनाथ सिंह के बयानों का जमकर विरोध करते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता व सासंद डेरेक ओ ब्रायन ने उलटे आरोप लगते हुए कहा कि मालदा काण्ड भाजपा की देन हैं।
डेरेक ने कहा कि राजनाथ सिंह को केन्द्रीय गृहमंत्री होने के नाते देश में अराजकता व सम्प्रदायिकता का माहौल बनाना उचित नही हैं। डेरेक ने सवाल उठाया कि क्या एक गृह मंत्री का काम क्या किसी राजनितिक सभा में आकर राज्य सरकार को धमकी देना हैं?
संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या कारण हैं कि सारदा काण्ड में सीबीआई लगातार तृणमूल के सांसदों व नगर पालों को पूछताछ के लिए बुला रही हैं के जबाव में डेरेक ने विफरते हुए कहा कि चुनाव से पहले केंद्र सरकार सरकारी मशीनरी का उपयोग हमारे खिलाफ कर रही हैं।
सारदा कांड पर चुप्पी, कांग्रेस खफा
अशोकनगर में राजनाथ सिंह के बयान से कांग्रेसी खेमा भी खफा दिखा। उक्त जनसभा में सारदा काण्ड के मुद्दे पर कुछ नहीं कहने के कारण गृह मंत्री राजनाथ सिंह को आडे हाथों लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सभा में राजनाथ सिंह का सारदा मामलें में चुप्पी इस बात का प्रमाण प्रतीत होता हैं कि भाजपा व तृणमूल के बीच अंदरूनी गठबंधन हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दादा व दीदी के इस अशुभ गठबंधन को बंगाल की जनता स्वीकार नहीं करेगी।